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कल्याण-पूर्व में चुनावी घमासान : शिंदे गुट से ही शुरू हुआ, भाजपा विधायक का विरोध …महायुति में महाबवाल

सामना संवाददाता / कल्याण
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने से कल्याण-पूर्व का राजनीतिक माहौल गरम हो गया है। शिंदे गुट के शहर प्रमुख महेश गायकवाड़, जो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और सांसद श्रीकांत शिंदे के करीबी माने जाते हैं, ने भाजपा को खुला चैलेंज देकर हलचल मचा दी है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि यदि भाजपा मौजूदा विधायक गणपत गायकवाड़ या उनके परिवार के किसी सदस्य को टिकट देती है तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। गायकवाड़ की इस धमकी से भाजपा नेताओं के बीच खलबली मच गई है।

कल्याण-पूर्व विधानसभा क्षेत्र में शिंदे गुट और भाजपा के बीच लंबे समय से चली आ रही खटास ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि महेश गायकवाड़ के इस एलान-ए-जंग ने महायुति की एकता पर सवाल खड़ा कर दिया है और युतिधर्म संकट में पड़ता नजर आ रहा है।

इस स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से महेश गायकवाड़ को समझाने की मांग की है। पवार ने कहा कि महेश गायकवाड़ को पार्टी की ओर से सख्त हिदायत दी जानी चाहिए। महायुति में इस प्रकार की बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। पहले अरविंद मोरे ने प्रतिक्रिया दी थी और अब महेश गायकवाड़ ने, जिससे महायुति का माहौल बिगड़ रहा है।

पवार ने आगे कहा कि महायुति के सभी उम्मीदवारों के जीतने की स्थिति बेहतर है, ऐसे में इस तरह के बयान देना गलत है। सांसद श्रीकांत शिंदे या मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अगर उन्हें समझाएंगे तो महेश गायकवाड़ महायुति के धर्म का पालन करेंगे। इस राजनीतिक कटाक्ष ने जहां भाजपा को असहज कर दिया है, वहीं शिवसेना शिंदे गुट की ओर से स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि कल्याण-पूर्व में चुनावी समीकरण अब और पेचीदा हो सकते हैं।

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