सामना संवाददाता / मुंबई
भारतीय जनता पार्टी के आदेश पर लोकसभा और विधानसभा चुनाव की तारीखें तय की जाती हैं। महाराष्ट्र में १४ महानगरपालिकाओं के चुनाव स्थगित कर दिए गए हैं, क्योंकि भाजपा और उसके सहयोगी हार रहे हैं। अगर हिम्मत है तो मनपा चुनाव कराकर दिखाएं। इस तरह की सीधे तौर पर चुनौती शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने भाजपा और घाती सरकार को दी है।
मुख्यमंत्री ने बयान दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे। इस बारे में पूछे जाने पर मीडिया से बातचीत करते हुए सांसद संजय राऊत ने कहा कि मुंबई देश की आर्थिक राजधानी और महाराष्ट्र की राजधानी है। तीन साल से चुनाव नहीं हुए हैं। प्रमुख १४ मनपाओं के चुनाव नहीं करा रहे हैं और अब तारीख दे रहे हैं। वहां सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और यहां मुख्यमंत्री तारीख पर तारीख दे रहे हैं। ये सब मिलीभगत से चल रहा है। वे तभी चुनाव कराएंगे जब उन्हें विश्वास होगा कि वे कुछ कर सकते हैं। लोकतंत्र की हालत ऐसी हो गई है कि उन्होंने चुनाव प्रणाली पर भी कब्जा कर लिया है, लेकिन महाराष्ट्र में जो लोकसभा चुनाव में हुआ वही विधानसभा चुनाव में भी होगा। आप तारीखें देते रहिए।
गद्दारी और लूटपाट में ज्यादा है स्ट्राइक रेट
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर महायुति के घटक दलों के बीच खींचतान चल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस चुनाव में महायुति में सीटों का बंटवारा लोकसभा में ‘स्ट्राइक रेट’ और निर्वाचित होने की क्षमता के आधार पर किया जाएगा। इस पर संजय राऊत ने कहा कि इनका वैâसा स्ट्राइक रेट है। केवल गद्दारी, भ्रष्टाचार, लूटपाट और झूठेपन के मामलों में इनका स्ट्राइक रेट है। काम के बारे में इनका स्ट्राइक रेट क्या है? इस तरह का सवाल भी उन्होंने उठाया।
चुनाव हारने के बाद भूत बनकर घूमना पड़ेगा
इस बीच चर्चा है कि देवेंद्र फडणवीस को दिल्ली में बंगला दिया गया है। इस पर संजय राऊत ने कहा कि फडणवीस जहां भी जाते हैं, उन्हें बंगला आवंटित किया जा रहा है। हम नहीं जानते कि इनका और बंगलों का रहस्य क्या है। महाराष्ट्र में मंत्रियों, वैâबिनेट मंत्रियों, मुख्यमंत्री को एक-एक बंगला मिलता है। यहां उन्होंने तीन-तीन बंगले ले रखे हैं, लेकिन इस बंगले का भूत बंगला बन जाएगा और चुनाव हारने के बाद भूत बनकर घूमना पड़ेगा।