सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर महायुति में महासंग्राम जारी है। अब नासिक लोकसभा सीट को लेकर तीनो दलों में घमासान शुरू है। भाजपा, शिंदे गुट और अजीत पवार गुट इस सीट पर उम्मीदवारी के लिए दावा कर रहे हैं। अब अजीत पवार गुट के वरिष्ठ नेता और मंत्री छगन भुजबल ने नासिक की सीट से महायुति में सहयोगी दल भाजपा को चुनौती दी है। नासिक में शिंदे गुट के हेमंत गोडसे ने उम्मीदवारी के लिए जोरदार फील्डिंग की है तो वहीं अजीत पवार गुट के नेता छगन भुजबल भी उम्मीदवारी में रुचि रखते हैं। रामनवमी के मौके पर नासिक के कालाराम मंदिर में इन दोनों महत्वाकांक्षी नेताओं की मुलाकात हुई। इसी समय हेमंत गोडसे भुजबल के पैरों पर गिर पड़े। जब मीडिया ने नासिक से उम्मीदवारी को लेकर सवाल पूछा तो छगन भुजबल ने गुस्सा जाहिर किया।
भुजबल ने कहा कि भाजपा इन सीटों पर निर्णय लेने में विलंब कर रही है। मेरी भाजपा को सलाह है कि उसे जो भी निर्णय लेना है जल्दी ले अन्यथा उसका भुगतान उसे करना होगा। २० मई को यहां चुनाव है, इससे पहले अगर कोई निर्णय ले ले तो ज्यादा उचित है। जो नासिक में चुनाव लड़ना चाहते हैं उन्हें टिकट दे दिया जाए, लेकिन २० मई से पहले पैâसला कर लें।
बता दें कि नासिक लोकसभा सीट को लेकर भाजपा, शिंदे गुट और अजीत पवार गुट में जमकर घमासान जारी है। इस सीट को लेकर शिंदे गुट के हेमंत गोडसे कई बार एकनाथ शिंदे के घर का घेराव भी कर चुके हैं। गोडसे को टिकट देने के लिए शिंदे पुत्र श्रीकांत शिंदे पहले ही घोषणा कर चुके हैं, लेकिन अब भुजबल ने ऐसा दबाव बनाया है कि गोडसे के नाम की घोषणा शिंदे गुट नहीं कर पाया है। उधर भाजपा भी इस सीट पर इच्छुक है इसलिए शिंदे गुट और अजीत पवार गुट को आपस में उलझा रखा है। ऐसे में भुजबल ने भाजपा को सलाह दी है कि वह अपना फैसला जल्दी ले, अन्यथा उसे नुकसान होगा।