सामना संवाददाता / नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निहत्थे सैलानियों की हत्या कराने के बाद पाकिस्तान को सर्जिकल स्ट्राइक का खौफ सताने लगा है। दूसरी ओर आतंकी हमले के ३६ घंटे बाद भी आतंकियों का कोई सुराग नहीं है। पहलगाम के पापी आजाद घूम रहे हैं। इसे लेकर पूरे देश की जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है। भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक मौजूद आतंकवादी ट्रेंनिंग सेंटर्स को तत्काल खाली करने को कहा गया है। पाकिस्तान खुफिया एजेंसी और पाकिस्तान फौज के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लगातार जारी है। लाइन ऑफ कंट्रोल समेत अनेक इलाकों में पाकिस्तान ने हाई अलर्ट जारी किया है।
पाकिस्तान फौज मैं आतंकवादी ट्रेनिंग सेंटर का काम देख रहे वरिष्ठ फौजी अधिकारी ने तत्काल निर्देश दिया है कि भारतीय लाइन ऑफ कंट्रोल के आसपास मौजूद आतंकवादी प्रशिक्षण केंद्रों को तत्काल खाली करा लिया जाए। देर रात वहां मौजूद आतंकवादियों को आसपास के गांव में जाकर रहने के निर्देश दिए गए। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी व पाकिस्तान मिलिट्री इंटेलिजेंस के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक लगातार जारी है, क्योंकि उन्हें डर है कि भारत इस आतंकवादी घटना का बदला लेने के लिए उन पर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है। इसके साथ ही पाकिस्तान इस बारे में जल्द अपने बचाव का कोई बयान भी जारी कर सकता है।
खुफिया एजेंसी के एक आला अधिकारी ने इस बाबत नाम न छापने की शर्त पर कहा कि वास्तव में पाकिस्तान को यह डर इसलिए सता रहा होगा, क्योंकि भारत ने बालाकोट हमले के बाद जिस तरह से सर्जिकल स्ट्राइक की थी उस बारे में पाकिस्तान सोच भी नहीं सकता था।
आतंकवादी ट्रेनिंग सेंटर में खौफ का माहौल
भारत की उस सर्जिकल स्ट्राइक का खौफ आज भी इस कदर है कि भारत ने जहां बमबारी की थी, उस आतंकवादी ट्रेनिंग सेंटर में आज भी रात को कोई आतंकवादी या फौजी अधिकारी नहीं रुकता। सभी लोगों को दिन के उजाले में आतंकवादी प्रशिक्षण दिया जाता है, उसके बाद शाम को सभी को आसपास के गांव में भेज दिया जाता है। पहलगाम में हुई घटना के बाद पाकिस्तान ने भी लाइन ऑफ कंट्रोल समेत अनेक इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।