-मनपा को सता रहा है डर, कहीं गिर न जाए पेड़
-पहली बारिश में गिरे ५७ वृक्ष और शाखाएं
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में मनपा ने पिछले डेढ़ महीने से जगह-जगह खतरनाक स्थिति वाले वृक्षों को काटकर हटाया। इसके साथ ही खतनाक शाखाओं की छंटाई भी की गई। आंकड़ों के अनुसार, मानसून की तैयारियों के तहत पिछले महीने २२,३३४ पेड़ों और शाखाओं की छंटाई की गई और ४३३ मृत या संक्रमित पेड़ों को काटकर हटाया गया। इसके अलावा मनपा ने ४,९०९ प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी कर निजी और सरकारी दोनों क्षेत्रों में पेड़ों की छंटाई के कामों को समय पर पूरा करने का आग्रह किया है। इसके बावजूद मनपा को भय है कि कई पेड़ मानसून में गिर सकते हैं। मनपा को इस बात का डर है कि तेज बारिश में वृक्ष के नीचे खड़े रहने वाले व्यक्ति के साथ दुर्घटना हो सकती है। इसी लिए मनपा ने लोगों को सावधान किया है कि वे तेज बारिश में वृक्ष वे नीचे न खड़े रहें। इस तरह का पोस्टर पेड़ों पर मनपा ने लगाया है। इतनी छंटाई और कटाई के बाद भी पहली बारिश में ५७ वृक्ष और शाखाएं गिर गईं।
पिछले सप्ताह तेज हवाओं के कारण ५७ पेड़ और शाखाएं गिरने की कई घटनाएं दर्ज की गईं। इन घटनाओं के मद्देनजर मनपा ने नागरिकों से भारी बारिश के दौरान पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचने का आग्रह किया है। मनपा ने नागरिकों को सचेत करने के लिए शहर में कई जगहों पर पोस्टर लगाए हैं। एक दिन पहले उद्यान विभाग ने जारी एक बयान में कहा कि भारी बारिश और तेज हवाओं के दौरान पेड़ या शाखाएं गिरने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, बिजली गिरने की संभावना को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। क्योंकि पिछले चार दिनों में मानसून के दौरान बिजली गिरने से प्रदेश में ११ लोगों की मौत हो गई है। नतीजतन लोगों को अपनी सुरक्षा के लिए पेड़ों के नीचे खड़े होने से बचना चाहिए।
उद्यान विभाग के अधीक्षक जीतेंद्र परदेशी ने बताया कि नियुक्त ठेका मजदूर शहर में सड़कों के किनारे और सार्वजनिक स्थानों पर लगे पेड़ों की छंटाई का काम करते हैं। हाउसिंग सोसायटी परिसरों या सरकारी संपत्तियों और निजी भूमि पर लगे पेड़ों की जिम्मेदारी मनपा द्वारा भूमि के मालिक पर डाल दी जाती है। उन्हें सख्त हिदायत दी गई है कि वे अपने परिसर में वृक्षों की छंटाई एवं कटाई करवाएं, ताकि किसी बड़ी अप्रिय घटना को आसानी से टाला जा सके।
बता दें कि मानसून की तैयारियों के तहत पिछले महीने २२,३३४ पेड़ों और शाखाओं की छंटाई की गई और ४३३ मृत या संक्रमित पेड़ों को हटाया गया। इसके अलावा मनपा ने ४,९०९ प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी कर पेड़ों की छंटाई की गतिविधियों को समय पर पूरा करने का आग्रह किया।