उमेश गुप्ता / वाराणसी
आगामी 26 फरवरी को महाशिवरात्रि को लेकर वाराणसी जिला प्रशासन व काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। प्रयागराज के पलट प्रवाह को लेकर एक ओर जहां काशी विश्वनाथ धाम में लंबी कतार लगी हुई दिखाई दे रही है, वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर में आगामी महाशिवरात्रि को लेकर जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है। जिला प्रशासन व काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के द्वारा महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं के भीड़ बढ़ने से निपटने के लिए महाशिवरात्रि व 27 फरवरी को प्रोटोकॉल दर्शन पर पूरी तरह रोग लगा दी गई है।
सोमवार सुबह से ही बाबा विश्वनाथ मंदिर के सभी रूट पर लगभग 3 किलोमीटर लंबी लाइन लगी है। बाबा के दर्शन में 6-6 घंटे का समय लग रहा है। रविवार को कतार में लगने और भीड़ के बीच कई श्रद्धालुओं की तबीयत भी खराब होती नजर आई। गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट द्वार तक पहुंचने में लोगों को 3-4 घंटे का समय लग रहा है। मंदिर में भक्तों को दर्शन के लिए सिर्फ 1-2 सेकेंड का समय दिया जा रहा है।
महाशिवरात्रि के पहले सोमवार को दर्शन की भीड़ बस, ट्रेन, विमान और निजी वाहनों से पहुंची है। मेला विशेष ट्रेनों से भी देशभर से भक्तों की भारी भीड़ आई है। बसों और निजी वाहनों से भी भारी संख्या में लोग काशी आ रहे हैं। शहर आने वाले रास्तों पर जाम के हालात हैं। जगह-जगह वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है। एयरपोर्ट, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन सब जगह एक जैसे नजारे हैं।
सर्कुलेटिंग एरिया, प्लेटफॉर्म, पार्सल, फुट ओवरब्रिज समेत प्रमुख स्थलों पर CRPF, SSB, PAC, RPG, GRP के जवानों को तैनात किया गया है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते वाराणसी में होटल-पार्किंग फुल हैं। बॉर्डर पर ही वाहनों को रोका जा रहा है। बस और टैंपो ट्रैवलर जैसे बड़े वाहनों को शहर की सीमा पर बनाए गए पार्किंग स्थलों पर रोका जा रहा है। वहां से श्रद्धालु ऑटो, ई-रिक्शा और ई- बस से शहर के अंदर आ रहे हैं। गोदौलिया से चौक मैदागिन तक लंबी लाइन कंट्रोल करने के लिए पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग की है। ड्रोन से भी भीड़ की निगरानी की जा रही है।