पिछले कुछ महीनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुंबई के कई दौरे किए हैं। उनके ये मुंबई दौरे चुनावी तैयारियों को लेकर थे। इस दौरान प्रोटोकॉल के तहत कई प्रमुख रास्तों को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया था।
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में रोज जिस रफ्तार से सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ रही है, उससे शहर में ट्रैफिक का दबाव काफी ज्यादा बढ़ता जा रहा है। इससे पीक आवर के अलावा भी हमेशा सड़कों पर जाम लगा रहता है। लोग घांटों तक ट्रैफिक जाम में फंसे रहते हैं। ऐसे में दिल्ली के बड़े नेताओं के मुंबई आगमन से स्थिति और भी भयावह हो जाती है। प्रधानमंत्री और गृह मंत्री जैसी बड़ी हस्तियों के लिए तो तमाम तरह के प्रोटोकॉल अपनाए जाते हैं, जिससे मुंबईकरों का पसीना छूट जाता है।
बता दें कि पिछले कुछ महीनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुंबई के कई दौरे किए हैं। उनके ये मुंबई दौरे चुनावी तैयारियों को लेकर थे। इस दौरान प्रोटोकॉल के तहत कई प्रमुख रास्तों को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया था। इससे मुंबईकरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। अब जब विधानसभा चुनाव की गहमा-गहमी शुरू हो गई है तो मोदी और शाह की कई चुनावी यात्राओं की घोषणाएं भी हो गई हैं। ऐसे में मुंबई के वाहन चालकों के दिलों में एक बार फिर से इनका खौफ समा गया है। मिली जानकारी के अनुसार, विधानसभा चुनाव में महायुति सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी को देखते हुए भाजपा को हार का डर सताने लगा है। इसलिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस बार महाराष्ट्र में मोदी-शाह की कई सभाएं शहरों में आयोजित की हैं। इनमें मुंबई भी शामिल है।
भाजपा नेताओं की भीड़
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी की ८, गृह मंत्री अमित शाह की २० व केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की ४० सभाएं होंगी। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की सभाओं का भी आयोजन किया जा रहा है। खबर के अनुसार, भाजपा के बड़े नेताओं की १०० से अधिक सभाएं होंगी। इसमें यूपी, गोवा, राजस्थान, असम, गुजरात, छत्तीसगढ़, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को भी प्रचार के लिए मैदान में उतारा गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ की १५ सभाएं होंगी।