३ महीने पहले हुई जिसकी मौत, उसी की लगा दी ड्यूटी
बिहार का शिक्षा विभाग अक्सर सुर्खियों में रहता है। अब शिक्षा विभाग ने कुछ ऐसा कर दिया है, जिसके कारण अधिकारियों की फजीहत हो रही है। दरअसल, यहां एक मृत शिक्षिका को भी ट्रेिंनग लेने का फरमान जारी कर दिया गया है। यह अजब कारनामा हुआ है मोतिहारी जिले में।
जानकारी के मुताबिक, यहां छतौनी स्थित डायट में शिक्षा विभाग के द्वारा प्रस्तावित शिक्षकों के लिए एफएलएन तथा आईसीटी प्रशिक्षण में मृत शिक्षिका का नाम जारी कर दिया। राज्य शिक्षा, शोध एवं प्रशिक्षण के निदेशक द्वारा ई-शिक्षा पोर्टल पर अपलोड किए गए सतत् विकास योजना के तहत कक्षा १ से ५ तक के शिक्षकों का पांच दिवसीय प्रशिक्षण १७ से २१ मार्च तक आयोजित किया गया है। इसके लिए विभिन्न विद्यालयों के २५० शिक्षकों का चयन किया गया है। इन शिक्षकों में क्रमांक २२ पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय भगवानपुर कोटवा में पदस्थापित रानी कुमारी का भी नाम शामिल था।
नालंदा का गजब मामला
बता दें कि बिहार का यह ऐसा पहला मामला नहीं है बल्कि एक सप्ताह पहले नालंदा में फिजिकल एजुकेशन के टीचर को बिहार बोर्ड की ओर से पूर्व में आयोजित मैट्रिक की परीक्षा में साइंस की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए नियुक्त कर दिया था। जानकारी के मुताबिक, एकंगरसराय स्थित डीन प्लस टू स्कूल चम्हेडी के पीटी यानी शारीरिक शिक्षक धर्मेंद्र कुमार को साइंस की कॉपी चेक करने के लिए बोर्ड के द्वारा नियुक्ति पत्र थमा दिया गया। हालांकि, शिक्षक ने पदभार ग्रहण नहीं किया और निर्धारित मूल्यांकन केंद्र पर पहुंचकर केंद्राधीक्षक को अपनी अस्वीकृति भी जाहिर कर दी।