– मराठी परिवार से बदतमीजी व मारपीट करनेवाले अखिलेश शुक्ला पर फूटा सदन में गुस्सा
-मुख्यमंत्री ने दिलाया कार्रवाई का भरोसा
सामना संवाददाता / मुंबई
कल्याण में अमजमेरा हाईट्स इमारत में रहनेवाले मराठी परिवार की शुक्ला परिवार ने पिटाई कर दी। इसे लेकर पूरे राज्य में आक्रोश की लहर है। कल्याण कांड की गूंज कल नागपुर के विधानमंडल में चल रहे शीतकालीन सत्र में भी उठा। इस बीच अखिलेश शुक्ला द्वारा मराठी परिवार से बदतमीजी का गुस्सा सदन में फूट पड़ा। महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने जोरदार तरीके से नारेबाजी करते हुए मांग की कि महाराष्ट्र द्रोहियों को तड़ीपार करो। मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का भरोसा भी दिया, लेकिन गूंज शांत न होने के कारण सदन के कामकाज को स्थगित करना पड़ा। कल्याण में गैर मराठी परिवार द्वारा एक मराठी परिवार की पिटाई का मुद्दा विपक्षी महाविकास आघाड़ी ने विधान परिषद में नियम २८९ के तहत उठाया और मांग की कि इस मुद्दे पर सदन की कार्यवाही में अलग से चर्चा की जाए। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के गुटनेता एड. अनिल परब ने इस मुद्दे पर सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि मुंबई महानगर क्षेत्र में परप्रांतियों की सीनाजोरी बढ़ती जा रही है। कल्याण में अखिलेश शुक्ला ने मराठी व्यक्ति का अपमान किया। उन्हें लोहे की रॉड से पीटा गया। अनिल परब ने सदन का ध्यान इस ओर दिलाया कि उन्होंने अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि मैं मंत्रालय में काम करता हूं, आप मराठी लोग मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते, आप जैसे ५६ मराठी लोग मेरे घर में झा़ड़ू-पोछा करते हैं। यह सत्ता की मस्ती और मराठियों का अपमान है। एड. परब ने सवाल पूछा कि क्या यह सत्ताधारियों को मंजूर है। इस पर मंत्री विखे-पाटील ने संभालने की कोशिश की। इस पर विपक्षी सदस्य आक्रोशित हो उठे। उन्होंने सभापति के आमने-सामने आकर जोरदार तरीके से नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे को बढ़ता देख सभापति ने सदन की कार्यवाही को दस मिनट के लिए स्थगित कर दिया।