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फडणवीस राजनीति में कच्चा मटका हैं!…संजय राऊत ने साधा जमकर निशाना

सामना संवाददाता / मुंबई

देवेंद्र फडणवीस को अधिक गंभीरता से न लें। जब नारायण राणे मुख्यमंत्री थे तो उनके नेतृत्व में शिवसेना-बीजेपी चुनाव हार गई थी। ये बात फडणवीस को नहीं पता है क्या? राजनीति में फडणवीस कच्चा मटका हैं, ऐसे शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता, सांसद संजय राऊत ने फडणवीस पर जोरदार हमला बोला। नासिक में पत्रकारों से बातचीत करते हुए राऊत ने शिंदे सरकार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
युति सरकार आने के बाद से ही शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री का सपना देखने लगे थे। फडणवीस के इस आरोप पर राऊत ने उनकी अच्छी तरह से खिंचाई की। हम सपना नहीं देखते हैं, हमारे सपने राष्ट्रहित और महाराष्ट्र के कल्याण के लिए हैं, परंतु आपको जो सपना देखने की बीमारी है वह धीरे-धीरे दूर होने लगी है। नारायण राणे को खुद हिंदूहृदयसम्राट माननीय शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने मुख्यमंत्री बनाया था और उद्धव ठाकरे ने उन्हें समर्थन दिया था। राणे के नेतृत्व में शिवसेना-भाजपा चुनाव लड़ी और हार गई थी। यह बात फडणवीस को मालूम नहीं होगी, कारण वे उस समय ज्यादा राजनीति में सक्रिय नहीं थे, ऐसा राऊत ने एक सवाल के जवाब में कहा। डैमेज कंट्रोल के लिए मुख्यमंत्री लगातार नासिक आ रहे हैं। इस पर भी राऊत ने टिप्पणी की। डैमेज कंट्रोल को नियंत्रण के लिए आपके पास अपना कुछ होना चाहिए। मोदी-शाह की मदद से शिवसेना का धनुष-बाण चुरा लिया। ऐसे में लोग उनके पीछे क्यों खड़े रहेंगे? इसलिए मैं बार-बार कह रहा हूं कि अजीत पवार और एकनाथ शिंदे को एक भी सीट नहीं मिलेगी। वे पैसों की थैलियां बांटें या टेंपों भरकर सामान लाएं, लोग उन्हें वोट नहीं देंगे।
महाविकास आघाड़ी कम से कम ३५ सीटें जीतेगी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी महाराष्ट्र का दौरा कर चुके हैं और अमित शाह भी आ-जा रहे हैं। इसका महाराष्ट्र पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन महाविकास आघाड़ी कम से कम ३५ सीटें जीतेगी। शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के नेता, कार्यकर्ता तन, मन से काम कर रहे हैं। महायुति में ऐसा देखने को नहीं मिल रहा है। अजीत पवार के उम्मीदवारों का चुनाव खत्म हो चुका है और वे फुर्सत में हो गए हैं। शिंदे गुट की भागदौड़ शुरू है। परंतु उनकी भी आखिरी फड़फड़ाहट है, ऐसा तंज राऊत ने कसा।

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