-१८ हजार लड़कियों और महिलाओं का अपहरण
– १५ हजार महिलाओं के साथ बलात्कार
-यौन उत्पीड़न के ३५ हजार मामले
– सामने आए गृह विभाग के चौंकाने वाले आंकड़े
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में देवेंद्र फडणवीस का गृह मंत्रालय पूरी तरह से फेल है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और लचर कानून-व्यवस्था के कारण महिलाओं की इज्जत तार-तार हो रही है। हालत यह है कि ‘घाती’ सरकार के राज में गत दो वर्षों में राज्य में करीब एक लाख महिलाओं की अस्मत तार-तार हो चुकी है। इसमें छेड़छाड़ से लेकर किडनैप और रेप तक के मामले शामिल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, ‘समर्थन’ संस्था ने इस बारे में आकंड़े जारी किए हैं। इसके मुताबिक, वर्ष २०२३ और २०२४ में महिलाओं के खिलाफ होनेवाले ९३ हजार से अधिक अपराध दर्ज किए गए। इनमें बलात्कार के १५ हजार, अपहरण के १८ हजार, दहेज हत्या के ३०९, पति और रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता, यौन उत्पीड़न के ३५ हजार, दुर्व्यवहार और अनैतिक व्यापार जैसे अपराध शामिल हैं। छोटे बच्चों से जुड़े अपराधों की संख्या भी ९ हजार से अधिक है। इसमें १७९ बच्चों की हत्या की गई है।
‘समर्थन बजट अध्ययन केंद्र’ ने गृह विभाग से संबंधित यह चौंकाने वाले आंकड़े वित्तीय समीक्षा रिपोर्ट के आधार पर जारी की है। साल २०२३ में महिलाओं के खिलाफ दर्ज किए गए अपराधों की संख्या ४७ हजार १३२ थी, जबकि वर्ष २०२४ में यह संख्या थोड़ी कम होकर ४६ हजार ४५९ रह गई। हालांकि, बलात्कार के मामले में वर्ष २०२३ की तुलना में २०२४ में बढ़े हैं। इसी तरह यौन उत्पीड़न और लैंगिक शोषण के मामलों में भी वर्ष २०२३ की तुलना में २०२४ में ३४३ की वृद्धि हुई है। छोटे बच्चों के साथ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए ‘पॉक्सो’ कानून, बाल न्याय कानून, बाल संरक्षण यूनिट और बाल कल्याण समितियां होने के बावजूद बच्चों के खिलाफ अपराधों में लगातार वृद्धि हो रही है। बच्चों के खिलाफ अपराधों की संख्या वर्ष २०२३ में २१ हजार ८०२ थी, जबकि वर्ष २०२४ में यह बढ़कर २२ हजार ५७८ हो गई। चाहे छोटे बच्चों की हत्या हो, बलात्कार हो, अपहरण हो या अन्य अपराध, इनमें वर्ष २०२३ की तुलना में वर्ष २०२४ में वृद्धि हुई है।
एक लाख जनसंख्या पर केवल १७० पुलिसकर्मी
महाराष्ट्र की कुल जनसंख्या १२ करोड़ ८३ लाख है। वर्ष २०२४ के आंकड़ों के अनुसार, पुलिसकर्मियों की संख्या १ लाख ९८ हजार ८७० है। इस तरह प्रति एक लाख जनसंख्या पर केवल १७० पुलिसकर्मी हैं। महिला पुलिसकर्मियों की संख्या ३६ हजार ९ है, जो कुल पुलिसकर्मियों का १८.११ फीसदी है।