-एक आरोपी चार पुलिसकर्मियों पर कैसे पड़ गया भारी?
-क्या आप आमतौर पर सिर में गोली मारते हैं?
सामना संवाददाता / मुुंबई
बदलापुर एनकाउंटर का मामला मुंबई हाई कोर्ट में पहुंच गया है। हाई कोर्ट ने गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पुलिस की कार्रवाई पर कई सवाल उठाए हैं। इससे फडणवीस की पुलिस मुश्किल में फंसती दिख रही है। हाई कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पूछा कि जब चार पुलिसकर्मी आरोपी को काबू में कर रहे थे, तो उसके सिर में गोली कैसे लगी? जस्टिस चव्हाण ने कहा कि पुलिस को यह प्रशिक्षण दिया जाता है कि गोली कहां चलानी है, ऐसे में सिर में गोली लगना संदेह पैदा करता है। हाई कोर्ट ने साफ कहा कि यह एनकाउंटर का मामला नहीं लगता। एनकाउंटर की परिभाषा अलग होती है।
मामले की सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने पूछा कि अगर चार पुलिसवाले आरोपी के पीछे थे, तो वे एक कमजोर व्यक्ति को गाड़ी में वैâसे काबू नहीं कर पाए? कोर्ट ने कहा कि पुलिस को आरोपी के हाथ या पैर में गोली मारनी चाहिए थी, न कि सिर में। जस्टिस चव्हाण ने पुलिस से पूछा कि क्या पिस्टल पर फिंगर प्रिंट और हैंड वॉश की जांच की गई थी? पुलिस के अनुसार, आरोपी ने तीन फायर किए, लेकिन केवल एक ही गोली क्यों लगी और बाकी दो गोलियों का क्या हुआ? हाई कोर्ट ने पुलिस की इस कहानी पर संदेह व्यक्त किया है। कोर्ट ने पुलिस से पूछा कि घायल पुलिसकर्मी को जो चोटें आर्इं, वे सीधी फायरिंग से थीं या रिकोशे फायरिंग से? कोर्ट ने कहा कि पहली नजर में मामला संदिग्ध लगता है और जांच की आवश्यकता है।
क्या आम आदमी के लिए रिवॉल्वर चलाना संभव है?
क्या आप आमतौर पर सिर में गोली मारते हैं? ये समझना थोड़ा मुश्किल है कि एक आरोपी चार पुलिसकर्मियों पर भारी पड़ गया? क्या आम आदमी के लिए रिवॉल्वर चलाना संभव है? सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने ये सवाल पूछे। जिस वैन में एनकाउंटर हुआ उसमें अक्षय अकेला आरोपी था। उसने ऐसा कोई संकेत नहीं दिखाया कि जब आरोपी को कहीं और ले जाया जाएगा तो वह आक्रामक हो जाएगा।
अगली सुनवाई में पिस्टल का
फिंगर प्रिंट, हैंड वॉश पेश करो!
हाई कोर्ट का पुलिस को सख्त आदेश
बदलापुर पुलिस ने अक्षय शिंदे को दो स्कूली बच्चियों के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और बच्चों के अभिभावकों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें ‘रेल रोको’ और पथराव जैसी घटनाएं भी शामिल थीं। इसके बाद पुलिस ने अक्षय शिंदे का संदिग्ध परिस्तिथियों में एनकाउंटर कर दिया। अक्षय के पिता की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने पुलिस से कई सवाल पूछे और जमकर फटकार लगाई। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया है कि अगली सुनवाई में पिस्टल पर फिंगर प्रिंट, हैंड वॉश और अन्य सबूत पेश किए जाएं, ताकि मामले की सच्चाई सामने आ सके।
अक्षय शिंदे के परिवार ने पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में अक्षय शिंदे के पिता की ओर से दायर याचिका पर कल हाई कोर्ट में सुनवाई हुई। इस सुनवाई में हाई कोर्ट ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठाए।
मुंबई में कई जगह देवेंद्र फडणवीस जी की तस्वीर वाले होर्डिंग लगे हैं जिसमें उनके हाथ में गन दिखाई गई है और लिखा है कि ‘बदला पुरा’। अगर ये होर्डिंग देवेंद्र जी ने लगवाई है तो बताइए या किसी और ने लगाई है तो कार्यवाई कीजिए। हाई कोर्ट ने टिप्पणी की है कि प्रथम दृष्टि में इस एनकाउंटर में गड़बड़ी लग रही है। ये वैâसी श्रेय लेने वाली राजनीति आप ने शुरू की है, जवाब तो देना होगा।
-आनंद दुबे, प्रवक्ता शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)