संदीप पांडेय / मुंबई
मुंबई में बेस्ट बसों की कमी के कारण मुंबईकरों को कहीं आने-जाने के लिए मजबूरन ऑटो रिक्शा, टैक्सी और वैâब का सहारा लेना पड़ता है। ऑटो रिक्शा और टैक्सी ड्राइवर मुसाफिरों से अपने मन मुताबिक किराया भी वसूलते हैं। बेस्ट बसों की कमी के चलते अब मुंबई की स्थिति ऐसी हो गई है कि नागरिकों को कहीं पहुंचने के लिए रेलवे स्टेशनों के बाहर रिक्शा के लिए लंबी कतारें लगानी पड़ रही हैं। यात्री अपना नंबर आने के बाद रिक्शा में बैठते हैं और अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं। यह केवल किसी एक जगह का हाल नहीं है बल्कि इस समस्या से अधिकांश मुंबईकर जूझ रहे हैं। इतना ही नहीं मुंबईकरों को व्यस्ततम मार्ग ठाणे, घाटकोपर, विक्रोली, कुर्ला, अंधेरी, बीकेसी, कांदिवली और बोरीवली में बेस्ट बसों के लिए लंबी कतारों में १५ से २० मिनट प्रतीक्षा करनी पड़ती है। सुबह-शाम नागरिकों को काम पर आने-जाने के लिए शेयर रिक्शा की लंबी कतारों में खड़े होकर अपना कीमती समय बर्बाद करना पड़ता है। तिलक नगर कॉलोनी तिलक नगर, घाटकोपर, विद्याविहार और कुर्ला स्टेशनों से जुड़ी हुई है, लेकिन इस क्षेत्र में कोई बेस्ट बस नहीं चलती है और यहां ऑटो रिक्शा वाले केवल स्टेशनों तक सवारी बैठाना पसंद करते हैं। वो बीकेसी जाने से यह कहकर सीधा इनकार कर देते हैं कि वहां बहुत ट्रैफिक होता है और रिटर्न भाड़ा नहीं मिलता है।