जीवन में जब सारे रास्ते बंद हो जाते हैं और इंसान को कोई रास्ता नहीं सूझता तब एक ही रास्ता बचता है ईश्वर का, जो इंसान को उसकी तकलीफों से उबारने के साथ ही उसे सही मार्ग पर ले जाता है। हाल में सना खान के साथ हुई एक बातचीत में रश्मि देसाई ने कबूल किया कि जब जीवन में वो कठिन दौर से गुजर रही थीं और उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था तब वो आस्था की ओर मुड़ गई थीं और इससे उनके जीवन को एक नई दिशा मिली। शो ‘उतरन’ में तपस्या का किरदार निभानेवाली रश्मि देसाई ने बताया कि जीवन के कठिन दौर में जब वो हिम्मत हारने ही वाली थीं और लग रहा था कि सब कुछ खत्म कर देना चाहिए, तभी नंगे पैर सिर्फ दो कपड़ों में माता रानी के दर्शनों के लिए वे जम्मू निकल पड़ीं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास था कि भले ही कोई और मेरा खयाल न रखे, लेकिन माता रानी जरूर रखेंगी। जब मैं वहां गई तो मैं चिंता में थी, मेरा चेहरा फीका पड़ गया था, लेकिन जब मैं वापस आई तो मेरे चेहरे पर चमक थी और मेरा आत्मविश्वास इस कदर बढ़ गया था कि मुझे लगा कि मैं सब कुछ जीत लूंगी।