राज्य के बाहर बनाए थे ट्रेनिंग कैंप
नागमणि पांडेय / मुंबई
हाल ही में महाराष्ट्र के नगर से एक बड़े फर्जीवाड़े की घटना सामने आई है, जहां सेना में भर्ती के नाम पर सैकड़ों युवाओं से करोड़ों रुपए की ठगी की गई। इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश नगर पुलिस और दक्षिणी कमान मिलिट्री इंटेलिजेंस, पुणे की संयुक्त कार्रवाई में हुआ है। मुख्य आरोपी सत्यजीत भरत कांबले को नगर के श्रीरामपुर तालुका से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसके अन्य साथियों की तलाश जारी है। आरोप है कि कांबले और उसके साथियों ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के बेरोजगार युवाओं को सेना में भर्ती कराने का झांसा देकर ७-८ लाख रुपए प्रति व्यक्ति की ठगी की।
इस गैंग ने देशभर के हजारों युवाओं को अपने जाल में फंसाया है। युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र और पहचान पत्र दिए, साथ ही महाराष्ट्र के बाहर फर्जी ट्रेनिंग वैंâप भी लगाए गए थे। इन वैंâपों में युवाओं को ३-४ दिन की ट्रेनिंग दी जाती थी।
नासिक में शिकायत के बाद हुआ खुलासा
यह मामला तब सामने आया, जब नासिक के भगवान घुगे ने नगर के भिंगार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। मिलिट्री इंटेलिजेंस और पुलिस ने मिलकर जांच शुरू की और दिल्ली से लौटे सत्यजीत कांबले को गिरफ्तार किया। पुलिस को संदेह है कि इस गिरोह में और भी लोग शामिल हैं, जिनमें महिलाएं भी हो सकती हैं। पुलिस और सेना की संयुक्त जांच से यह साफ हो रहा है कि यह एक बड़ा गिरोह है, जो कई राज्यों में सक्रिय था और बेरोजगार युवाओं को अपना शिकार बना रहा था।