– दूसरे चरण में भी कम हुआ मतदान
– मथुरा में मात्र 46 फीसदी ही हुई वेटिंग
रमेश ठाकुर / नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में भी कई राज्यों में गडबड़ी की घटनाएं सामने आई। पश्चिम बंगाल में बूथ कैप्चरिंग के प्रयास हुए, तो असम में भाजपा के लोगों ने फर्जी वोट डालने की कोशिशें कीं। वहीं, दिल्ली से सटे हापुड़ में पोलिंग बूथ से सीबीआई का फर्जी ऑफिसर पकड़ा गया। वह उसका इरादा बूथ में गड़बड़ी करने का था। लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने समय रहते धर लिया। दोपहर करीब 12 बजे अंकित कुमार नाम का ये फर्जी अधिकारी लालबत्ती की कार से हूटर बजाते हुए बूथ में पुहंचा। बड़ा अधिकारी समझकर किसी ने उसे नहीं रोका। बूथ के पास जाकर कार रोकी और सीधे अंदर प्रवेश करने लगा, लेकिन उसकी अनाड़ी वाली हरकतों पर सुरक्षाकर्मियों को शक हुआ। बूथ पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनसे उनकी पहचान पूछी, तो अकड़ने लगा। वरिष्ठ अधिकारियों को भी हड़काने लगा और चाय-पानी की व्यवस्ता करने का आदेश देने लगा, तभी अधिकारियों का शक उस पर गहरा गया और सीबीआई के इस फ़र्ज़ी अफसर को अरेस्ट कर लिया। सुरक्षाकर्मी जांच में लगे हैं कि उक्त व्यक्ति बूथ के भीतर किस मकसद से पहुंचा था और उसे लालबत्ती की गाडी किसने मुहैया कराई।
वहीं राजस्थान के फलौदी के बेंगटी में बूथ पर जमकर पत्थरबाजी हुई। मतदान कर्मियों किसी तरह खुद को कमरे में बंद करके बचाया। मामला इतना बढ़ गया कि एक घंटे तक मतदान प्रभावित रहा। हालात ज्यादा बिगड़ने पर प्रशासन को भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करना पड़ा। सूत्र बताते हैं कि वहां भी फर्जी मतदान को लेकर दो गुटों में झगड़ा हुआ था। उत्तर प्रदेश के मथुरा में सबसे कम मतदान हुआ। वोटिंग प्रतिशत करीब 46 फीसदी ही रहा। वहां कई जगहों पर लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया। स्थानीय समस्याओं को पूरा नहीं करने पर लोगों ने वोट नहीं डाला। दूसरे चरण में भी कम मतदान हुआ है। कम मतदान का संदेश जनता में गलत न जाए, इसलिए खुद प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया के जरिए मतदान को अच्छा बताया। देश के वरिष्ठ चुनावी पंड़ित बताते हैं मौजूदा चुनाव को वोटर गंभीरता से नहीं ले रहे, उन्होंने कहा जितने प्रतिशत वोटिंग हो रही हैं, उनमें सतप्रतिशत संख्या भाजपाईयों की है।