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पुणे में घूम रही फर्जी पुलिस : राज्य में कानून-व्यवस्था ध्वस्त! … सो रहे हैं गृहमंत्री-आदित्य ठाकरे का जोरदार हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा को इस सवाल का जवाब देना चाहिए कि राज्य में महायुति और केंद्र में एनडीए सरकार बनने के बाद क्या एक भी परीक्षा ठीक से हुई है। परीक्षा में गड़बड़ी के कारण कई छात्रों के भविष्य पर सवाल खड़ा हो गया है। राज्य में कानून-व्यवस्था की समस्या गंभीर हो गई है, पुणे में फर्जी पुलिस घूम रही है। ऐसा जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता, युवासेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे ने राज्य की शिंदे सरकार पर किया। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने मुंबई में भूमिगत कार पार्विंâग, पेपर-आउट, परीक्षा में भ्रम, कम दबाव वाली पानी की आपूर्ति जैसे विभिन्न मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट की। साथ ही, आदित्य ठाकरे ने यह सवाल भी पूछा कि राज्य में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है, ऐसे में गृह मंत्री क्या कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब सवाल उठ रहा है कि क्या सरकार राज्य की समस्याओं को नजरअंदाज कर सो रही है।
उन्होंने कहा कि जहां भूमिगत कार पार्विंâग है, सुरक्षा कारणों से कुछ महत्वपूर्ण समय पर भूमिगत पार्विंâग बंद कर दी जाती है इसलिए सरकार को इस पर विचार करना चाहिए कि क्या भविष्य में ऐसी अंडरग्राउंड कार पार्विंâग की जरूरत है। आदित्य ठाकरे ने कहा है कि सरकार को इस संबंध में स्थानीय लोगों की भूमिका पर भी विचार करना चाहिए।
उन्होंने बाणगंगा तालाव को लेकर कहा कि मुंबई में बाणगंगा की सीढ़ियों को एक ठेकेदार ने काम के दौरान तोड़ दिया है। अब सवाल उठता है कि उसकी भरपाई कौन करेगा। हम इन प्राचीन ढांचों को धरोहर के रूप में संरक्षित करते आ रहे हैं। ये हमारे लिए धरोहर और पूजा स्थल हैं। ऐसे स्थानों को नुकसान पहुंचाने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई होनी चाहिए। आदित्य ठाकरे ने बिना किसी का नाम लिए यह भी स्पष्ट किया कि उन्हीं ठेकेदारों ने अंबरनाथ और महाबलेश्वर में एक बंगले के निर्माण का काम किया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसी घटनाएं हो रही हैं कि सरकार पर सवाल उठ रहा है कि क्या सरकार जाग रही है या सो रही है। वर्ली में आरे डेयरी के कर्मचारियों की बिल्डिंग गिरने की घटना हुई। हमारी सरकार के दौरान उन भवनों का जीर्णोद्धार किया गया। साथ ही उन कर्मियों को स्थानांतरित करने की भी योजना थी, लेकिन पिछले दो वर्षों में इन बिल्डिंगों की मरम्मत नहीं की गई है, क्योंकि शिंदे की सरकार इसे बिल्डर की झोली में डालना चाहती है। उस जगह पर ९० परिवार रहते हैं।
झूठ को समझ गई है जनता
आदित्य ठाकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि हम जल्द ही इसमें हुए भ्रष्टाचार को लोगों के सामने लाएंगे और पूछेंगे कि फंड कहां जा रहा है। आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि घाटकोपर और बांद्रा में इस विभाग के कुछ घर हैं, जहां इन परिवारों को घर दिया जाना चाहिए।
पिछले दो साल में प्रदेश में कई वादे किए गए कि रेलवे-पटरी के किनारों वालों को बीमा कवर मिलेगा और शहर की सड़कें गड्ढा मुक्त होंगी। जनता अब इनके झूठ को समझ गई है। अब उनका झूठ होर्डिंग्स मामले पर भी नजर आने लगा है इसलिए इस बार उनकी हार निश्चित है।

पिछले दो साल में वाइब्रेंट या मैग्नेटिक महाराष्ट्र जैसी एक भी पहल क्यों नहीं लागू की गई, यह सरकार राज्य के सभी उद्योग गुजरात को देना चाहती है। पहली बारिश में देश के तीन हवाई अड्डों की छतें ढह गर्इं, राम मंदिर के गर्भगृह में पहली ही बारिश में पानी भर गया, मुंबई गोवा, मुंबई अमदाबाद हाइवे पर गड्ढे हो गए। टोल चुकाने के बाद भी सड़कों का बुरा हाल है।
-आदित्य ठाकरे, युवासेनाप्रमुख

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