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परिवारवाद-परिवारवाद-परिवारवाद …. महायुति में ही टिकटों पर महाविवाद!

सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा और एनडीए के नेता विपक्ष पर हमेशा परिवारवाद का आरोप लगाते हुए दिखते हैं, लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनडीए में शामिल भाजपा के साथ ही उसके घटक दलों में भी परिवारवाद की झलक स्पष्ट दिखाई दी है। जिसके कारण महायुति में ही टिकटों पर महाविवाद छिड़ गया है। इसी कड़ी में घाती गुट की ओर से मंगलवार को ४५ प्रत्याशियों की सूची जारी की गई। इस सूची में परिवारवाद की धमक साफतौर पर दिखाई दे रही है। इसमें कई प्रत्याशियों के पिता, पति और भाई निवर्तमान विधायक अथवा मंत्री हैं। एरंडोल, दरियापुर, पैठण, जोगेश्वरी पूर्व, राजापुर और खानापुर निर्वाचन क्षेत्रों में यह देखा गया है कि टिकट परिवारवाद को ध्यान में रखते हुए दिए गए हैं।
परिवारवाद को लेकर विपक्ष पर हमला करने वाली भाजपा ने महाराष्ट्र चुनाव जीतने के लिए बीते दिनों अपने ही फॉर्मूले को ताक पर रख दिया। हैरत की बात यह है कि रविवार को जब प्रधानमंत्री परिवारवाद को लेकर काशी से विपक्ष पर हमलावर थे, उसी दिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की जो सूची जारी की, उसमें परिवारवाद से आने वाले कई चेहरों को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार दिया। भाजपा के ढर्रे पर तीन साल पहले शिवसेना से गद्दारी करके महाराष्ट्र में सत्तासीन हुए घाती गुट ने भी दो दिन बाद यानी मंगलवार को अपने ४५ प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इस सूची में जमकर परिवारवाद दिखाई दिया। एरंडोल निर्वाचन क्षेत्र में मौजूदा विधायक के बेटे को उम्मीदवार बनाया गया है। आनंदराव अडसूल के बेटे अभिजीत अडसूल को दरियापुर सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। संदीपन भुमरे के बेटे विलास भुमरे को पैठण विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया है। संदीपन भुमरे पैठण के विधायक थे। वे २०२४ के लोकसभा चुनाव में छत्रपति संभाजीनगर से सांसद बने हैं इसलिए उनके बेटे को पैठण विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया गया। रवींद्र वायकर की पत्नी मनीषा वायकर को जोगेश्वरी पूर्व से उम्मीदवार बनाया गया है। जोगेश्वरी- पूर्व सीट को लेकर शिंदे गुट और भाजपा के बीच अनबन हो गई थी। हालांकि, सीट बंटवारे में शिंदे गुट को यह सीट मिल गई।

एक ही घर से उतारे दो उम्मीदवार
रत्नागिरी जिले में शिंदे गुट ने एक ही घर से दो उम्मीदवार उतारे हैं। शिंदे गुट ने राजापुर से किरण सामंत को विधानसभा का टिकट दिया है। किरण सामंत मंत्री उदय सामंत के भाई हैं। इसी के साथ ही रत्नागिरी से उदय सामंत को उम्मीदवार बनाया गया है। खानापुर से अनिल बाबर के बेटे सुहार बाबर को टिकट दिया गया है।

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