सामना संवाददाता / नई दिल्ली
एक बार फिर मोदी सरकार के खिलाफ किसानों का गुस्सा सामने आया है। किसान संगठन एसकेएम ने गुरुवार को घोषणा की कि वह एमएसपी को कानूनी गारंटी और ऋण माफी सहित अपनी लंबित मांगों को लेकर अपना आंदोलन फिर से शुरू करेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को एक ज्ञापन सौंपेगा। २०२०-२१ के किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले कृषि संघों के एक छत्र संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने अपनी आम सभा की बैठक के एक दिन बाद यह घोषणा की, लेकिन संकेत fिदया कि पहले की तरह इस बार उनका आंदोलन दिल्ली तक मार्च नहीं हो सकता है। संगठन के नेताओं ने एक प्रेस कॉन्प्रâेंस में बताया कि प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और राज्यसभा और लोकसभा दोनों के सांसदों से मिलने और उन्हें किसानों की मांगों को सूचीबद्ध करने वाला ज्ञापन देने के लिए १६ जुलाई से १८ जुलाई के बीच समय मांगा जाएगा।