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कोरोना के बाद थकान और कमजोरी, नींद भी नहीं हो रही पूरी …राज्य टास्क फोर्स के पूर्व सदस्य ने दी जानकारी

धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
देश के साथ ही प्रदेश में भी कोरोना वायरस का असर कम हो गया है, लेकिन आज भी कुछ मरीजों में कोरोना के बाद थकान और कमजोरी दिखाई दे रही है। इसके साथ ही नींद भी पूरी नहीं हो रही है। इतना ही नहीं, अन्य समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं। इस तरह की जानकारी महाराष्ट्र में कोविड टास्क फोर्स के पूर्व सदस्य डॉ. राहुल पंडित ने दी है।
नागपुर के होटल सेंटर पॉइंट में शनिवार को गहन चिकित्सा विशेषज्ञों का एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें शामिल होने के बाद डॉ. राहुल पंडित ने कहा कि हिंदुस्थान में कोरोना महामारी गंभीर थी, लेकिन तत्कालीन महाविकास आघाड़ी सरकार की त्वरित योजना और समाज के सामूहिक प्रयासों से कोरोना वायरस पर नियंत्रण पा लिया गया।
आज भी कुछ गंभीर कोरोना मरीजों को थकान, कमजोरी, नींद न आने की बीमारी और अन्य समस्याएं महसूस हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पहले गंभीर महामारियों से पीड़ित रोगियों में भी कई वर्षों के बाद भी कमजोरी, थकान और अन्य समस्याएं बनी रहीं, लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। अब हर मरीज की समस्या को गंभीरता से लिया जाता है। कोरोना के बाद मौजूदा समय में आईसीयू, ऑक्सीजन प्रणाली समेत अन्य गंभीर रोगियों से जुड़ी अन्य चीजों को आम नागरिक पहचानने लगे हैं।
इससे रोग से पीड़ित व्यक्ति को अधिक समय तक परेशानी नहीं होती है। ये मरीज तुरंत इलाज के लिए सरकारी या निजी डॉक्टरों के पास आते हैं इसलिए समय पर मरीज का इलाज होने से जटिलताएं नहीं बढ़तीं। डॉ. पंडित ने कहा कि यह अच्छी बात है कि सरकार नए सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल शुरू कर रही है। इससे हर जिले में चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
कोरोना के बाद भी अच्छी है इम्यूनिटी
डॉ. पंडित ने कहा कि कोरोना में मरीजों पर विभिन्न दवाओं से लेकर स्टेरॉयड का इस्तेमाल किया गया, लेकिन अधिकांश मरीजों के लिए यह जरूरी था। कोरोना के बाद अलग-अलग इलाज करा रहे मरीजों का इलाज करने के बाद भी लगता है कि अब भी इन मरीजों का इम्यून सिस्टम अच्छा है और इन पर सभी दवाओं का अच्छा असर हो रहा है।

 

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