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केईएम में शुरू होगा, फैटी लीवर क्लीनिक …ब्रांड एंबेसडर होंगे अमिताभ बच्चन …२८ जनवरी को होगा उद्घाटन

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मनपा के प्रमुख अस्पतालों में से एक केईएम में लीवर से संबंधित रोगों पर इलाज के लिए विशेष नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर क्लीनिक शुरू किया जाएगा। इस क्लीनिक का उद्घाटन २८ जनवरी को किया जाएगा। इस क्लीनिक के शुरू होने के बाद फैटी लीवर के शिकार रोगियों को लाभ मिलेगा। फिलहाल, इस क्लीनिक के ब्रांड एंबेसडर अमिताभ बच्चन होंगे। इस तरह की जानकारी केईएम अस्पताल की डीन डॉ. संगीता रावत ने दी।
उल्लेखनीय है कि बदलती जीवनशैली के कारण लीवर से संबंधित बीमारियां बढ़ गई हैं। केईएम अस्पताल की ओपीडी में आने वाले प्रत्येक १०० में से कम से कम २० मरीज लीवर से जुड़ी विभिन्न बीमारियों से जूझते मिले हैं। इन विकारों के कारण लीवर में सूजन आ सकती है। साथ ही लीवर सिरोसिस तक हो सकता है। इतना ही नहीं मरीज फाइब्रोसिस का भी शिकार हो सकता है। डीन डॉ. रावत ने कहा कि यह क्लीनिक केईएम अस्पताल के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में शुरू किया जा रहा है।
गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग के डॉक्टर हर शुक्रवार को दोपहर १.३० से ३.०० बजे तक नई बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर विशेष ओपीडी चलाएंगे। ओपीडी में आने वाले मरीज को फैटी लीवर है या नहीं? इसकी जांच की जाएगी। साथ ही इस क्लीनिक का मुख्य उद्देश्य संबंधित रोगी का पता लगाकर इलाज करना है। डीन डॉ. रावत ने कहा कि अस्पताल के शताब्दी वर्ष के अवसर पर हम ओपीडी आधारित सुविधा उपलब्ध कराएंगे। फैटी लीवर कई अंगों में जटिलताएं पैदा कर सकता है।

लीवर में अतिरिक्त वसा का पता सोनोग्राफी और फाइब्रोस्वैâन द्वारा किया जाता है। फिलहाल, बीमारी को ३० से ४० मिनट तक विभिन्न व्यायाम करने से रोका जा सकता है। इससे बचने के लिए उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारियों को नियंत्रण में रखना महत्वपूर्ण है। पैâटी लीवर का इलाज एंडोस्कोपी और सर्जरी इन दो तरीकों से किया जाता है।
-डॉ. अरुण वैद्य, सहायक प्रोफेसर, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग

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