पंकज तिवारी / ठाणे
ऑनलाइन डिलिवरी उपलब्ध होने के कारण अब ई-सिगरेट की पहुंच छोटे गांवों तक हो गई है। यह लत स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, इसलिए ई-सिगरेट के उत्पादन, आयात-निर्यात, परिवहन, बिक्री, भंडारण और विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, ऐसी जानकारी ठाणे पुलिस ने दी हैं। बता दें कि दिन-ब-दिन युवा नशे की गिरफ्त में फंसते जा रहे हैं। इसमें चीनी ई-सिगरेट का सिरदर्द भी बढ़ गया है। इस पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए ठोस कार्रवाई एवं उपाय किए जाने की आवश्यकता है। मिली जानकारी के अनुसार, ई-सिगरेट अन्य सिगरेटों की तुलना में कम हानिकारक होती है। लेकिन इसमें निकोटीन के साथ-साथ खतरनाक रसायन एक्रोलिन भी होता है। इसका असर फेफड़ों और हृदय पर पड़ता है। इस सिगरेट के कारण हवा दबाव के साथ शरीर में प्रवेश करती है। इसका शरीर पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है वहीं इसकी लत खतरनाक हैं उक्त जानकारी वैंâसर सर्जन डॉ. अनिल हेरूर ने दी। ई-सिगरेट की ऑनलाइन होम डिलिवरी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की जा रही है।
क्या है ई-सिगरेट?
ई-सिगरेट में तंबाकू का उपयोग नहीं होता है। इससे राख नहीं बनती और दांतों पर दाग नहीं पड़ता। ई-सिगरेट की नोक पर एक एलईडी लाइट है। सिगरेट पीने पर असली सिगरेट की तरह जलती है। इसमें बैटरियां शामिल हैं। चूंकि यह असली सिगरेट की तरह धुआं छोड़ता है। इसलिए सिगरेट की लत छोड़ने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए ई-सिगरेट एक विकल्प है। दरअसल, भारत की तरह कनाडा और इंग्लैंड ने भी ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगा दिया है।