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मेड इन पाकिस्तान 4 पिस्टल के साथ महिला हथियार तस्कर लखनऊ से गिरफ्तार!

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

जुबाबी कड़वाहट के बिगड़ते माहौल में सुरक्षा कर्मियों ने उत्तर प्रदेश को बारूद की ढेर पर बिछाने की लगातार तीसरी कोशिश को नाकाम कर दिया। मेरठ से लाकर लखनऊ के रास्ते जौनपुर भेजी जा रही पाकिस्तानी पिस्टलों की खेप लखनऊ में पकड़ ली गयी। कैसरबाग बस अड्डे से एसटीएफ ने चार पिस्टल के साथ महिला तस्कर को गिरफ्तार किया। आरोपी महिला मुस्कान तिवारी हाल ही में बेल पर जेल से बाहर आई थी। एसटीएफ सामान कब्जे में लेकर गैंग के सरगना की जानकारी जुटा रही है। पुलिस के अनुसार, बाराचवर करीमुद्दीनपुर गाजीपुर निवासी अंकित कुमार पांडेय को 20 नंवबर को अवैध असलहे की तस्करी में गिरफ्तार किया गया था। अंकित की निशानदेही पर 15 दिसंबर 2024 को दो अवैध पिस्टल के साथ मुस्कान तिवारी और सत्यम यादव को सुल्तानपुर से पकड़ा था।पूछताछ में गैंग के सरगना सरपतहा जौनपुर निवासी शुभम सिंह का नाम सामने आया। मालूम हुआ कि गैंग का नेटवर्क पंजाब, उप्र, बिहार, दिल्ली आदि राज्यों में फैला हुआ है।

इस संदर्भ में इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि टीम मामले में जानकारी जुटा रही थी, तभी पता चला कि दिसंबर में जेल गई महिला बेल पर आने के बाद फिर से गैंग से जुड़कर असलहा तस्करी कर रही है। बुधवार को टीम को सूचना मिली कि शुभम सिंह गैंग की सदस्य मुस्कान तिवारी असलहों के साथ मेरठ से आ रही है। सूचना के आधार एसटीएफ सक्रिय थी, तभी एक महिला की गतिविधि संदिग्ध लगी। इस पर स्थानीय पुलिस एवं महिला पुलिसकर्मी को साथ लेकर मुस्कान तिवारी को गिरफ्तार किया गया। मुस्कान के पास से 4 अवैध पिस्टल बरामद की गई। पूछताछ में पता चला जेल से छूटने के बाद फिर से सरगना शुभम सिंह के साथ असलहा तस्करी का काम शुरू कर दिया। असलहा तस्करी में काफी पैसा है। मुस्कान तिवारी शुभम सिंह के प्रभाव में आ गई।
शुभम ने एसटीएफ की कार्रवाई को देखते हुए पिस्टल डिलीवरी का पैटर्न बदल लिया। गैंग के दो लोग जाने पर गिरफ्तारी हो रही थी। इसके लिए गैंग के सदस्य अकेले ही असलहा लेने-देने के लिए भेजने लगा। इसी प्लान के तहत मुस्कान तिवारी अकेले ही मेरठ असलहा लेने गई। मुस्कान ने पुलिस ने बताया कि मेरठ में शोहराबगेट बस स्टेशन के पास एक लड़के ने 4 पिस्टल लाकर मुस्कान को दिए। इस काम के लिए मुस्कान को 50 हजार रूपए मिला था। प्रत्येक पिस्टल की कीमत लगभग डेढ़ लाख रूपए है।
पिस्टल को शाहगंज जौनपुर पहुंचाना था। इसी योजना के तहत मुस्कान मेरठ से पिस्टल लेकर बस में बैठकर कैसरबाग बस स्टेशन पर आई थी। जहां से शाहगंज के लिए बस पकड़नी थी। पकड़ी गई महिला ने बताया कि जेल से छूटने के बाद कई लोगों को पिस्टल की डिलीवरी कर चुकी है। इससे पहले कौशांबी और मुरादाबाद से पकड़े गये अपराधियों के पास से हैंड ग्रेनेड और असलहे बरामद हुए थे।

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