मुख्यपृष्ठनए समाचारबागपत में बुखार का कहर! एक ही गांव के 300 लोग बुखार...

बागपत में बुखार का कहर! एक ही गांव के 300 लोग बुखार से पीड़ित

 पीड़ितों से अनभिज्ञ योगी सरकार “साबरमती” पर फिदा!

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ

उत्तर प्रदेश के बागपत में अमीनगर सराय स्थित बिलौचपुरा गांव में बुखार कहर बरपा रहा है, जहां 300 से अधिक लोग बीमार हैं। महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों की जान आफत में है। दूसरी ओर साबरमती फिल्म के प्रीमियम में डूबी उत्तर प्रदेश सरकार के उपमुख्यमंत्री व स्वास्थ्य विभाग के मंत्री ब्रजेश पाठक इनकी सुधि लेने की जगह फिल्मी बुखार में डूबे हैं। इतनी बड़ी घटना न जिलाधिकारी से जुड़े लोगों को पता था, न जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पता था। जनता अपने हाल पर माथा पीट रही है। वहीं अमीरनगर के 40 से अधिक ग्रामीणों की प्लेटलेट्स कम होने के कारण उन्हें मेरठ, दिल्ली व बड़ौत के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। ग्रामीणों ने गांव में शिविर लगाकर जांच और दवाई का छिड़काव कराने की मांग की है। स्थानीय समाचार पत्र में मामला देख कर जब दोपहर का सामना ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री, डीएम के लाइन पर न आने के बाद उनके सहयोगी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी बागपत को बताया तब सिस्टम ने शुक्रवार को उक्त गांव में न सिर्फ कैम्प किया बल्कि एन्टी लार्वा छिड़कवाने की कार्यवाही किया। इस संदर्भ में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व नेता विरोधी दल रामगोविंद चौधरी ने सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुये कहा कि यह सरकार संवेदनशील है। झांसी में इतने बच्चों के मरने के बाद सरकार जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने की जगह उनकी खुशामद कर रही है। बागपत में सैकड़ों लोग बुखार से पीड़ित है, योगी सरकार अनभिज्ञ बनी हुई है। मुख्यमंत्री झांसी और बागपत जाने के बजाय संवेदनहीन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार सिनेमा के उद्घाटन को प्राथमिकता दे रहे हैं।

बिलौचपुरा के ग्रामीणों का कहना है कि गांव में हर घर में बुखार के मरीज हैं।नवाब, फैजान, शाकिर, महताब, शौकत, इमरान, इरफान, दिलशाद सहित 300 से अधिक लोग बुखार से पीड़ित हैं। लोगों का कहना है कि गांव में जगह-जगह गंदगी है, जिसके कारण मच्छर अधिक होने से लोग बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। ग्रामीणों को बड़ौत, दिल्ली, गाजियाबाद व मेरठ में पहुंचकर निजी चिकित्सक के पास उपचार कराना पड़ता है। ऐसे में उन्हें काफी परेशानी होती है। कल तक ग्रामीणों ने गांव में सफाई कराने और दवा का छिड़काव कराने के साथ ही शिविर लगाकर लोगों की जांच कराने की मांग की थी। बुखार के कारण लोगों की प्लेटलेट्स कम हो रही हैं। उन्हें मेरठ व दिल्ली के निजी अस्पताल में भर्ती होना पड़ रहा है। 20 दिन से गांव में बुखार फैला हुआ है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने गांव आकर ग्रामीणों का उपचार तक नहीं किया। ग्रामीणों ने स्वास्थ्य कैंप लगाने की मांग की थी।इस घटना से गुरुवार तक अनभिज्ञ बने उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, मुख्य चिकित्सा अधिकारी तीरथ लाल को जानकारी दिया तब शुक्रवार को सीएमओ ने गांव में छिड़काव कराने, कैम्प करने की फोटो भेज कर प्रमाण भेजा।

अन्य समाचार