मुख्यपृष्ठनए समाचारविधानसभा में फिर नहीं दिखने चाहिए पचास खोके! -संजय राऊत का आह्वान

विधानसभा में फिर नहीं दिखने चाहिए पचास खोके! -संजय राऊत का आह्वान

सामना संवाददाता / मुंबई
महाविकास आघाडी ने एकता के बल पर लोकसभा जीती। इसी एकता को विधानसभा में भी बनाए रखना है। इन सबके बीच पचास खोके फिर से विधानसभा में नहीं दिखने चाहिए और चुनाव के बाद तो सड़क पर भी नहीं दिखने चाहिए। इस तरह का आह्वान शिवेसना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने किया। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के शत्रुओं से एकता के साथ लड़ना है और दुश्मनों को चुनाव में पीटना है।

घाती और भाजपा की ओर से कितना भी तोड़ने की कोशिश की जाएगी फिर भी मविआ नहीं टूटेगी। दिल्ली के नए हुक्मरानों के सामने महाराष्ट्र टेढ़ा नहीं होगा, झुकेगा नहीं और घूमेगा नहीं। इस तरह का विश्वास संजय राऊत ने व्यक्त किया। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की कल पुण्यतिथि थी। ऐसे में संजय राऊत ने उनकी कविता ‘हार नही मानूंगा, मैं रार नहीं ठानूंगा’ का उल्लेख भी किया। उन्होंने आगे कहा कि ५६ इंच की छाती होने का दावा करने वाले नरेंद्र मोदी के पास वास्तव में छाती है ही नहीं। वह माचिस का खाली खोखा है। उस खोखे से हवा हमने लोकसभा चुनाव में निकाल दी और अब विधानसभा चुनाव में भी रही सही कसर पूरी कर देंगे। इस तरह का हमला संजय राऊत ने बोला।
अजीत पवार यानी गुलाबी गिरगिट
सुप्रिया सुले महाराष्ट्र की लाडली बहन हैं। उनके लिए बारामती में महाराष्ट्र लड़ा, यह कहते हुए संजय राऊत ने इस दौरान गुलाबी रंग के प्रेम में पड़े अजीत पवार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सुप्रिया सुले के लाडले भाई ने इस समय रंग बदल लिया है। वे पिंक हो गए हैं। गिरगिट रंग बदलता है, लेकिन अचानक गुलाबी वैâसे हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह पिंक गिरगिट अब बारामती भी छोड़ने जा रहा है। गुलाबी रंग महाराष्ट्र के लायक नहीं है। हमारा भगवा है। तेलंगाना में केसीआर पिंक लाए और पराजित हो गए। तिरंगा की रक्षा भगवा ही करेगा। यह शिवसेनाप्रमुख कहा करते थे। इसलिए आज पिंक चला गया। इस तरह की खिल्ली भी संजय राऊत ने उड़ाई।
उन्होंने कहा कि लाडली बहन योजना जैसा ढोंग महाराष्ट्र में कहीं भी नहीं हुआ। यह सरकारी पैसों से वोट खरीदने की योजना है। रिश्ते ऐसे सरकारी पैसों से खरीदे नहीं जा सकते हैं। महाविकास आघाडी का रिश्ता महाराष्ट्र की बहनों, किसानों, छात्रों के साथ हैं। वे पैसों से परे हैं। उन्होेंने आश्वासन देते हुए कहा कि महाविकास आघाडी की सरकार आने के बाद १५०० से तीन, पांच हजार होगा।

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