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उड़ता तीर! … गद्दार अधीर …कुणाल कामरा का स्टूडियो तोड़ा गया -शिंदे गुट को मजाक-मजाक में लगी मिर्ची

सामना संवाददाता / मुंबई
कॉमेडियन कुणाल कामरा के एक कॉमेडी शो ने अचानक महाराष्ट्र का सियासी पारा गर्म कर दिया है। कामरा ने इस शो में किसी भी शख्स का नाम नहीं लिया, पर इसके बावजूद ‘गद्दार’ अधीर हो गया। उसे लगा कि कामरा ने उसे ही निशाना बनाया है। इसके बाद गद्दार गुट ने खार स्थित उस स्टूडियो की तोड़फोड़ कर दी, जहां उक्त कार्यक्रम शूट हुआ था। गद्दार गुट की इस हरकत की चारों तरफ निंदा हो रही है। लोग कह रहे हैं कि जब उक्त कार्यक्रम में किसी का नाम ही नहीं लिया गया तो फिर ये ‘उड़ता तीर’ लेने की जरूरत क्या थी? इससे एक बात यह भी हुई कि जिस ‘गद्दार’ की करतूत को लोग राज्य के बाहर कम जानते थे, इस घटना के बाद उसे पूरा देश जान गया।
बता दें कि कामरा का उक्त कार्यक्रम ४५ मिनट का है और इसमें सिर्फ दो मिनट के अंश पर गद्दार गुट ने हंगामा किया है। कामरा ने अपने यूट्यूब चैनल पर गत रविवार को यह शो अपलोड किया था। लोगों का कहना है कि कॉमेडियंस तो शुरू से राजनीति और नेताओं पर हास्य-व्यंग्य व छींटाकशी करते आए हैं, पर कभी किसी नेता ने इसका बुरा नहीं माना।

दोनों सदनों में भी कामरा पर ‘कुरुक्षेत्र’
कुणाल कामरा पर कल विधानमंडल में ऐसा हंगामा मचा कि दोनों सदन ‘कुरुक्षेत्र’ बन गए। दोनों सदनों की कार्यवाही के दौरान सत्ता और विपक्ष दोनों के बीच जमकर नोक-झोंक हुई। कामरा के व्यंग्य गीत में उप मुख्यमंत्री पर अप्रत्यक्ष तंज कसे जाने का आरोप लगाते हुए सत्ताधारियों ने विधान परिषद में तुरंत उनकी गिरफ्तारी की मांग की और हंगामा खड़ा कर दिया। इसके कारण सदन का कामकाज तीन बार ५५ मिनट के लिए स्थगित करना पड़ा। विधानसभा का भी कामकाज एक बार स्थगित हुआ।

जब नाम ही नहीं लिया तो गुस्सा क्यों?
आदित्य ठाकरे का सीधा सवाल
कुणाल कामरा का व्यंग्य गीत एकनाथ शिंदे के बारे में है, यह उन्हें वैâसे पता चला? वे खुद को चोर या गद्दार नहीं मानते, तो फिर तोड़फोड़ क्यों की गई? क्योंकि वे असल में गद्दार और चोर हैं। इसीलिए एकनाथ शिंदे के गैंग को गुस्सा आया। उन्हें ‘मिर्ची’ लग गई। कुछ लोग तो मीडिया के जरिए खुलेआम तालिबान जैसी धमकियां दे रहे हैं। सरकार ने तोड़फोड़ करने वालों और सार्वजनिक रूप से धमकी देने वालों के खिलाफ क्या कार्रवाई की है? प्रशांत कोरटकर और राहुल सोलापुरकर पर ऐसी कार्रवाई क्यों नहीं की गई? शिंदे गुट के एक सांसद ने तो शिंदे की तुलना सांप से कर दी है। यह बेहद शर्मनाक है।

 

पहले स्टूडियो में तोड़-फोड़
फिर अवैध बताने की तैयारी!
मनपा की टीम ले रही है खार स्थित इमारत का जायजा

सामना संवाददाता / मुंबई
कुणाल कामरा का स्टैंडअप कॉमेडी बवाल काट रहा है। कामरा का कॉमेडी वीडियो रविवार को यूट्यूब पर अपलोड किया गया, जिसके बाद से ही सियासी गलियारों में हलचल पैदा हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि शिंदे गुट के गुंडों ने स्टूडियो में तोड़-फोड़ की, इसके बाद अब मनपा की भी एंट्री हो गई है। मनपा ने खार स्थित स्टूडियो के कुछ हिस्सों को अवैध करार दिया है। अब सवाल है कि शिंदे को गद्दार कहने पर ही मनपा को स्टूडियो का ढांचा अवैध नजर आया? क्या इसके पहले मनपा सो रही थी?
जानकारी के मुताबिक, मनपा की टीम ने सोमवार दोपहर खार (पश्चिम) में स्थित स्टूडियो पर अनधिकृत निर्माण की पहचान के लिए मुआयना किया। मनपा अधिकारियों के एक समूह ने ग्राउंड-प्लस-थ्री संरचना का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने प्रवेश द्वार पर एक शेड पाया, जो मनपा अधिकारियों के मुताबिक अवैध रूप से बनाया गया है। अधिकारियों ने बताया कि जब प्रशासन को इस अवैध निर्माण के बारे में सूचित किया गया, तो उन्होंने इसे हटा दिया। एक अधिकारी ने बताया कि ‘हम इमारत के मूल ब्लूप्रिंट की वर्तमान संरचना के साथ तुलना कर रहे हैं। विकास योजना के नियमों के अनुसार, संपत्ति के मालिक को कोई अतिरिक्त संरचना बनाने पर मनपा अधिकारियों को सूचित करना आवश्यक होता है। इस शेड का निर्माण हमारी अनुमति के बिना किया गया था और हमने उन्हें नोटिस जारी किया था, जिसके बाद उन्होंने इसे हमारे निरीक्षण में हटा दिया। वर्तमान में पूरी ग्राउंड-प्लस-थ्री इमारत को चारों ओर से बैरिकेड किया गया है। मनपा के इमारत विभाग के अधिकारियों ने कल पुलिस अधिकारियों के साथ मौके का मुआयना किया। अधिकारियों ने बताया कि वे अग्नि सुरक्षा के लिए एनओसी जैसी अन्य शर्तों की भी समीक्षा कर रहे हैं।

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