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वोटों के लिए दबंगई!..गृहमंत्री पर लगा दूसरा आरोप… डीएम के बाद दलितों पर दबाव

-‘अनहद’ ने चुनाव आयोग को की लिखित शिकायत

सामना संवाददाता / अमदाबाद

‘भाजपा के पूर्व प्रदेश जनरल सेक्रेटरी प्रदीप सिंह वाघेला ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि यदि उनमें से किसी ने मतदान किया तो उन्हें गांव भर में काम नहीं दिया जाएगा।’
भाजपा इस चुनाव को जीतने के लिए हर हथकंडे का इस्तेमाल कर रही है। अब वोटों के लिए दबंगई का एक नया मामला सामने आया है। यह मामला केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से जुड़ा हुआ है। डीएम को धमकी देने के मामले के बाद उनके ऊपर यह दूसरा आरोप लगा है, जिसमें दलितों पर वोट नहीं डालने का दबाव बनाया गया है। इस सिलसिले में दिल्ली की ‘अनहद’ सिटिजन नामक संस्था ने इलेक्शन कमीशन को पत्र लिखकर अमित शाह के खिलाफ जांच करने की मांग की है। ‘अनहद’ का आरोप है कि गृहमंत्री अमित शाह के गृहनगर में मतदाताओं को डरा- धमकाकर भाजपा के पक्ष में मतदान करने को कहा गया।
बता दें कि ‘अनहद’ की ओर से भेजे पत्र के अनुसार, संस्था की टीम ने १४-१८ मई के दौरान निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया। उनके अनुसार साणंद तालुका के वाकरणा गांव में कई दलित और ओबीसी मतदाताओं ने टीम को बताया कि भाजपा के पूर्व प्रदेश जनरल सेक्रेटरी प्रदीप सिंह वाघेला ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि यदि उनमें से किसी ने मतदान किया तो उन्हें गांव भर में काम नहीं दिया जाएगा। अन्य मतदाताओं ने बताया कि उन्हें उनकी कुलदेवी की सौगंध देकर उन्हें (अमित शाह) वोट देने को कहा गया।

-तुम्हारा वोट पहले ही अमित शाह को दिया जा चुका है!

-गृहमंत्री के चुनाव क्षेत्र में ‘गंदा खेला’ केंद्रीय चुनाव आयोग से की गई शिकायत

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को जिताने के लिए पूरे छल-बल का सहारा लिया गया। इसके लिए वहां वोटरों पर जबरन दबाव बनाया गया। अब इस ‘गंदे खेला’ की शिकायत ‘अनहद’ संस्था ने केंद्रीय चुनाव आयोग से की गई है। शिकायत में बताया गया है कि साणंद तालुका के कनेट्थी गांव की एक महिला ने टीम को बताया कि उसे अमित शाह के समर्थक जीतू वघानी उर्फ जीतू भाई ने वोट देने से रोका। जीतू भाई भावनगर पश्चिम से भाजपा के विधायक हैं। महिला ने आरोप लगाया, ‘जब मैं मतदान केंद्र पर पहुंची तो जीतू भाई ने कहा, तुम्हें क्या हो गया है? क्या तुम्हें इस गांव या देश के विकास से नफरत है, इसलिए तुम वोट देने आई हो? इस गांव के हितों का खयाल करो और वापस जाओ, तुम्हारा वोट पहले ही अमित शाह को दिया जा चुका है।
गीधनपुरा गांव के दरबार समुदाय के एक युवक ने टीम को बताया कि भाजपा के कार्यकर्ता मतदान केंद्र में घुस गए, जबकि पुलिस ने वैध मतदाताओं को बूथ से यह कहते हुए बाहर रखा कि वोटिंग का समय खत्म हो गया है और मतदान बंद हो गया है। अंडेज गांव के ६७ वर्षीय मतदाता के मुताबिक, उसे तीन दफा वोट देने से रोका गया और चौथी दफा वोट देने दिया गया। एक १९ वर्षीय महिला के मुताबिक, चुनाव अधिकारी ने उससे पूछा कि क्या वह शिक्षित है? उसके न कहने पर उसके अनुसार, चुनाव आयोग अधिकारी ने उसके साथ एक अनजान व्यक्ति को ईवीएम के पास जाने को कहा, जहां उस व्यक्ति ने उसकी इच्छा के विरुद्ध कमल का बटन दबाया। शांतिपुरा गांव के मुस्लिम वोटरों का आरोप है कि मतदान के दिन उन्हें भाजपा द्वारा प्रायोजित बस से अजमेर भेज दिया गया। वोट देने के लिए रुके एक मुस्लिम व्यक्ति ने बताया कि पुलिस ने उसे यह कहते हुए, ‘वैसे भी आपका वोट बेकार है क्योंकि नतीजे पहले से तय हैं, गृहमंत्री की जीत तय है,’ घर वापस जाने को कहा।

 

 

 

 

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