सामना संवाददाता / रांची
झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ती ही जा रही हैं। इसी कड़ी में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने करीब दो दशक तक ‘राज्य को नींबू की तरह निचोड़ा’ और गरीब राज्यों की कमर तोड़ दी। यही नहीं सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारें गिराकर ‘डबल इंजन’ की सरकार बनाती है, इस तरह से वह देश के संघीय ढांचे को नष्ट कर रही है। सोरेन ने भाजपा पर ‘सत्ता हथियाने के लिए विभाजनकारी राजनीति, हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण और सांप्रदायिक घृणा के तय एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया तथा दावा किया कि यह देश का दुर्भाग्य है कि स्वस्थ राजनीतिक प्रतिस्पर्धा खत्म हो रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार विधायकों, सांसदों की खरीद-फरोख्त करके और सरकार गिराकर ‘डबल इंजन’ वाली सरकार बनाती है, जिससे देश का संघीय ढांचा नष्ट हो रहा है। सोरेन ने दावा किया कि भाजपा ने पिछले २० वर्षों में झारखंड को नींबू की तरह निचोड़ दिया, लेकिन अब यह बंद होना होगा। गाय को हम खिलाते हैं और दूध वे ले जाते हैं। अब इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने झारखंड की संपदा को लूटा। यह विडंबना ही है कि खनिज संसाधनों से समृद्ध झारखंड सबसे गरीब राज्यों में से एक बन गया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि हम संसाधनों कोयला, लौह अयस्क, बॉक्साइट, डोलोमाइट से समृद्ध हैं, लेकिन हमारा राजस्व संग्रह केंद्र सरकार की जीएसटी व्यवस्था से बाधित है, जिसने झारखंड जैसे राज्यों की कमर तोड़ दी है। इसने हमारी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कुछ नहीं किया। सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बार-बार पत्र लिखने के बावजूद राज्य को १.३६ लाख करोड़ रुपए का कोयला बकाया अभी तक नहीं चुकाया गया है।