मुख्यपृष्ठस्तंभदिल्ली से : नशे में बर्बाद युवा अब क्रिमिनल बन रहे हैं

दिल्ली से : नशे में बर्बाद युवा अब क्रिमिनल बन रहे हैं

योगेश कुमार सोनी

उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। यहां चार दोस्तों ने मिलकर अपने एक दोस्त की हत्या कर दी और फिर उसकी लाश को एक गहरे गड्ढे में गाड़ दिया। दरअसल, दादरी थाना क्षेत्र में स्थित एक यूनिवर्सिटी के छात्र की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इस मामले में उसके एक दोस्त को गिरफ्तार किया और फिर उसकी निशानदेही पर एक ६ फुट गहरे गड्ढे से छात्र का शव निकाला। पुलिस ने इस मामले में मुठभेड़ के बाद घायल तीन और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन एक अभी भी फरार है। डीसीपी ग्रेटर नोएडा ने बताया कि पूछताछ के दौरान रचित ने बताया कि २६ फरवरी को यश मित्तल को फोन करके पार्टी करने के लिए यूनिवर्सिटी में बुलाया गया था। यश मित्तल ने अपने साथी रचित, शिवम, सुशांत और शुभम चौधरी के साथ मिलकर तिगरिया अमरोहा के जंगल में बैठकर पार्टी की। पार्टी के दौरान यश मित्तल का किसी बात को लेकर उसके साथियों के साथ विवाद हो गया। इसके बाद यश मित्तल के साथियों ने उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और शव को ५ से ६ फीट गहरा गड्ढा खोदकर गाड़ दिया। इस मामले में गजरौला पुलिस द्वारा पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। दरअसल, मामला यह है कि आजकल बच्चे स्कूल व कॉलेज के समय से ही नशा करने लग जाते हैं, जिससे उनकी मानसिक दशा व सहन शक्ति कम होने लगती है। अब पार्टी के नाम पर बड़े स्तर पर नशे होने लगे। इस घटना में भी यही हुआ कि दोस्तों का विवाद हुआ और उन्होंने नशे में अपने ही दोस्त को मार दिया लेकिन कहानी यहां तक नहीं रुकी, स्टोरी तो यहां से शुरू होती है। इसके बाद उन्हें लगा कि यश पैसे वाला लड़का है और क्यों न इसकी मौत को भी बेच दिया जाए और उन्होंने यश को मारकर गड्ढे में दबा दिया और उसके बाद उसके पिता से फिरौती की मांग करने लगे और ६ करोड़ रुपए की मांग करने लगे। हालांकि, पुलिस की चतुराई से वे पकड़े भी गए, लेकिन किसी का जवान बच्चा चला और उसका परिवार बर्बाद हो गया। दरअसल, आजकल लोगों का मानना है कि बच्चों को अच्छे स्कूल व कॉलेजों में एडमिशन दिला दो तो वह अच्छी शिक्षा प्राप्त कर लेंगे, लेकिन वह ऐसा न करके नशे व अन्य गलत कार्यों में लग जाते हैं, जिससे वह अपने साथ-साथ परिवार की जिंदगी खराब कर देते हैं। यहां अभिभावकों को समझना होगा कि अपने बच्चों पर पूर्ण रूप से ध्यान दें। वह किस संगत में रहते हैं क्या करते हैं, उनकी क्रिया-प्रतिक्रिया वैâसी है और उनके व्यवहार में क्या बदलाव है। इसके अलावा वह आपसे किस चीज के लिए कितने रुपए ले रहे हैं। यदि आप अपनी इतनी सक्रियता बनाकर रखेंगे तो उनके मन में एक भय का माहौल रहेगा, जिससे वह गलत दिशा की ओर जाने से डरेंगे। आज हम पैसा कमाने या अन्य कारणों की व्यस्तता को लेकर अपने परिवार की ओर ध्यान नही देते, जिसके बदले हमें बहुत कुछ चुकाना पड़ जाता है। आज के दौर में बच्चे आसानी से नहीं पलते। दौर बदल गया, जिसके चलते बच्चों की सुरक्षा पर अब अतिरिक्त ध्यान देने की जरूरत है, अन्यथा हर कदम पर दुर्घटना आपका इंतजार करती रहती है।

(लेखक वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक मामलों के जानकार हैं।)

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