रोहित माहेश्वरी
लखनऊ
यूपी की राजनीति में औंरगजेब की राजनीति इन दिनों उफान पर है। बीते दिनों राजधानी लखनऊ के एक पंचतारा होटल में एक मीडिया समूह द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह मानसिक विकृति का परिणाम है। शाहजहां की पुस्तक का हवाला देते हुए कहा कि औरंगजेब ने अपने पिता को वैâद कर एक बूंद पानी के लिए तरसाया और भाई को मार डाला। जो औरंगजेब को पसंद करते हैं, वे अपने बच्चों का नाम औरंगजेब रखें और उसके अत्याचार भोगने को तैयार रहें। इस तरह की बात करने वाले भारत के नायकों का अपमान कर रहे हैं। संभल का उल्लेख करते हुए कहा कि ५००० साल पुराने पुराणों में इसका वर्णन है। जो इतिहास छिपाते हैं, उन्हें पुराण पढ़ने चाहिए। जिस तरह से संभल और औरंगजेब को लेकर बयानबाजी की जा रही है, उससे ऐसा लगता है मानो ये जंग अभी जारी रहेगी।
अविवाहित मंत्री पर सीएम योगी का कटाक्ष
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गैस सिलिंडर रिफिल करने के सिलसिले में सब्सिडी के वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम में सूबे के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना पर मजाकिया अंदाज में कटाक्ष किया। सीएम साहब की बातें सुनकर खन्ना समेत अन्य लोग हंस पड़े। सीएम ने अविवाहित ७१ वर्षीय सुरेश कुमार खन्ना की ओर इशारा करते हुए चुटकी ली। उन्होंने कहा, `खन्ना जी यहां बैठे हैं। बेचारे! उन्हें पता था कि अगर त्योहारों के दौरान मेहमान आ गए और गैस सिलेंडर खत्म हो गया, तो यह शर्मिंदगी की बात होगी। भोजन और त्योहार के व्यंजन वैâसे बनेंगे? इसीलिए लोग चिंता में रहते थे।’ नौ बार विधायक रहे और वर्तमान में वित्त और संसदीय मामलों के मंत्री खन्ना इस टिप्पणी पर अपनी हंसी रोक नहीं पाए और कार्यक्रम में मौजूद बाकी लोग भी हंस पड़े।
अखिलेश बोले भाजपा
भू-माफिया पार्टी
यूपी के पूर्व सीएम और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश में भू-माफियाओं और अपराधियों को संरक्षण दे रही है। भाजपा सबसे बड़ी भू-माफिया पार्टी है। सत्ता में आने के बाद से भाजपा नेता गरीबों को डरा-धमकाकर जबरन जमीन अपने नाम करवा रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि अयोध्या समेत कई जिलों में भूमि पंजीकरण सरकार की भूमि नीतियों की हकीकत को उजागर करता है। सपा प्रमुख ने एक घटना का हवाला दिया, जिसमें अपनी जमीन पर अवैध कब्जे का विरोध करने पर एक सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर पर कथित तौर पर हमला किया गया था। अखिलेश लगातार कानून व्यवस्था के मुद्दे को उठाकर प्रदेश सरकार को घेरने का काम बखूबी कर रहे हैं।
नेपाल में योगी के
पोस्टर पर बवाल
पड़ोसी राष्ट्र नेपाल में इस वक्त राजशाही के समर्थन में जबरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं। राजधानी काठमांडू में हाल ही में हजारों लोगों ने जुटकर लोकतांत्रिक तौर पर चुनी गई सरकार के विरोध में आवाज बुलंद की और देश में एक बार फिर राजशाही को लौटाने की मांग की। हालांकि, इस पूरे मामले में नया मोड़ तब आ गया, जब ऐसी ही एक रैली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पोस्टर लहराया गया। महज एक पोस्टर को लेकर बवाल इतना बढ़ गया कि मसले पर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली तक कूद पड़े और वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इन रैलियों में योगी आदित्यनाथ की तस्वीरों को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि किसी देश को ऐसी स्थिति में नहीं होना चाहिए, जहां विदेशी नेताओं की तस्वीरों का इस्तेमाल प्रदर्शनों में हो। ओली के समर्थकों ने भी इस दौरान आरोप लगाया कि ज्ञानेंद्र के समर्थन के पीछे भारत का हाथ है। हालांकि, नेपाल नरेश ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया।