रोहित माहेश्वरी
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पार्टी संस्थापक कांशीराम की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि बहुजन समाज को गरीबी, बेरोजगारी और शोषण से मुक्ति के लिए सत्ता की `मास्टर चाबी’ हासिल करनी होगी। उन्होंने जातीय जनगणना की आवश्यकता और सरकारी नीतियों में सुधार की मांग दोहराई। पार्टी कार्यकर्ताओं ने देशभर में कार्यक्रम आयोजित कर कांशीराम को नमन किया। लखनऊ में बसपा सरकार द्वारा स्थापित स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि सभा हुई, जहां मायावती ने लोगों को पार्टी आंदोलन को और मजबूत करने का आह्वान किया।
`हो गई हिंदू एकता’
उत्तर प्रदेश भाजपा द्वारा घोषित ७० जिलाध्यक्षों की सूची को लेकर विपक्ष ने हमला तेज कर दिया है। इस सूची में ५५ प्रतिशत से अधिक पद सवर्ण नेताओं को मिले हैं, जबकि ३५ प्रतिशत ओबीसी और १० प्रतिशत दलित नेताओं को जगह दी गई है। समाजवादी पार्टी ने इसे भाजपा की ‘चुनावी जातीय राजनीति’ करार दिया है। सपा प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तंज कसते हुए लिखा- `७५ में २७ ब्राह्मण, १५ राजपूत, ८ बनिया, ८ ओबीसी- हो गई हिंदू एकता?’ विपक्ष का आरोप है कि भाजपा ने पिछड़ों और दलितों के साथ छलावा किया है। वहीं भाजपा इसे सामाजिक संतुलन का नाम दे रही है। विधानसभा चुनाव २०२७ के लिए यह सूची भाजपा को मजबूती देगी या अंदरूनी कलह को बढ़ावा देगी, यह देखना दिलचस्प होगा।
…तो जनता का क्या होगा?
बरेली में होली के दिन उपद्रवियों ने डिप्टी एसपी इंटेलिजेंस यशपाल सिंह के सरकारी आवास में आग लगा दी, जिससे उनका घर और निजी कार जलकर राख हो गई। इस घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा, `जब खुद प्रशासन ही सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता की सुरक्षा की उम्मीद वैâसे की जा सकती है?’ उन्होंने इसे `कानून-व्यवस्था की पूरी तरह विफलता’ बताया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल उठता है कि जब अफसर ही महप्फूज नहीं तो आम जनता का क्या होगा?
शेरनी नीरजा ने दिए तीन शावकों को जन्म
इटावा लायन सफारी में होली के अवसर पर शेरनी नीरजा ने तीन शावकों को जन्म दिया, जिससे वन्यजीव प्रेमियों में हर्ष है। इस पर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बधाई देते हुए कहा कि सपा सरकार के दौरान शुरू की गई यह सफारी आज फलीभूत हो रही है। उन्होंने शेरनी और शावकों के स्वस्थ जीवन की कामना की। इटावा लायन सफारी उत्तर भारत में वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन को बढ़ावा देने का बड़ा केंद्र बन रही है, जिससे पर्यावरण संतुलन के साथ स्थानीय विकास को भी गति मिल रही है।