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स्टूडेंट वीजा पर फुल टाइम वर्क! …पांच हिंदुस्थानी राज्यों के छात्रों पर ऑस्ट्रेलिया नाराज, लगाई रोक

सामना संवाददाता / मुंबई
ऑस्ट्रेलिया ने हिंदुस्थान के पांच राज्यों के छात्रों के स्टूडेंट वीजा पर रोक लगा दी है। इन राज्यों के छात्रों पर आरोप लगाया गया है कि ये छात्र स्टडी वीजा लेकर ऑस्टेलिया में फुल टाइम वर्क कर रहे हैं। हिंदुस्थान के तथाकथित विकसित राज्य गुजरात के अलावा यूपी, पंजाब, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के छात्र शामिल हैं। दो साल पहले भी ऑस्ट्रेलिया ने इन पांच राज्यों पर प्रतिबंध लगाया था, हालांकि बाद में ढील दे दी गई थी।
बता दें कि अमेरिका और कनाडा में वीजा प्रतिबंधों की वजह से हिंदुस्थान के ज्यादातर छात्र ऑस्ट्रेलिया की तरफ स्विच कर रहे थे। दरअसल, अमेरिका में भारतीय छात्रों का वीजा रिजेक्शन बढ़कर २४ प्रतिशत तक पहुंच गया है, जो पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा है। कुछ ऐसा ही हाल कनाडा का है। ऐसे में भारतीय छात्र ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन अब वहां से भी करारा झटका लगा है। भारत के मित्र देशों में शामिल ऑस्ट्रेलिया के इस कदम को एसोसिएशन ऑफ ऑस्ट्रेलियन एजुकेशन रिप्रेजेंटेटिव्स इन इंडिया ने गलत बताया है और कहा है कि अगर ऑस्ट्रेलिया को ऐसा करना है तो केस के हिसाब से असेस्मेंट करना चाहिए।

इफेक्ट बढ़ रहा है
गुजरात, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के छात्रों के वीजा पर प्रतिबंध लगाने के पीछे ऑस्ट्रेलियाई विश्वविद्यालयों का तर्क है कि इन राज्यों के छात्र देश में आते तो फुल टाइम स्टडी के लिए हैं, लेकिन यहां वे वोकेशनल कोर्स में प्रवेश लेते हैं। कुछ छात्र तो पढ़ाई भी नहीं करते और यहां काम करने के लिए ही वीजा लेते हैं। इससे यूनिवर्सिटीज की वीजा अप्रूव करने पर नेगेटिव इफेक्ट बढ़ रहा है। उनकी प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंच रही है और संस्थानों की फाइनेंसियल स्थिति भी खराब हो रही है।

बहुत गलत अप्रोच
मामले में पूर्व राजनयिक दीपक वोहरा ने कहा है कि ऑस्ट्रेलिया की ये बहुत ही गलत अप्रोच है। ये इन पांचों राज्यों के उन लोगों के लिए भी बड़ा झटका है, जिन्होंने कई सालों में वहां पढ़कर या नौकरी करके अपनी रेपुटेशन बनाई है। उन्होंने कहा है कि अगर यूएस की बात करें तो उसकी आबादी ४० मिलियन है, जबकि भारत में ४० मिलियन से ज्यादा तो छात्र ही हैं। यहां ६० हजार से ज्यादा कॉलेज भी हैं। ऐसा नहीं कि भारतीय छात्र यहां नहीं पढ़ सकते, मगर ये छात्र बेहतरी की उम्मीद में बाहर पढ़ने जाते हैं, किसी को बेहतर लाइफस्टाइल चाहिए तो किसी को जॉब चाहिए।

रोकी आवेदन प्रक्रिया
ऑस्ट्रेलिया की विक्टोरिया यूनिवर्सिटी, वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी, एडिथ कोवान यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ वोलोंगोंग, टॉरेंस यूनिवर्सिटी समेत कई संस्थानों ने इन पांचों राज्यों के छात्रों की आवेदन प्रक्रिया को या तो रोक दिया है या उस पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। इससे पहले भी एडिथ कोवान यूनिवर्सिटी ने फरवरी २०२३ में पंजाब और हरियाणा के छात्रों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। विक्टोरिया यूनिवर्सिटी ने यूपी, राजस्थान और गुजरात समेत भारत के आठ राज्यों के छात्रों पर प्रतिबंध लगाया था।

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