विक्रम सिंह / सुल्तानपुर
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेक्टर का भविष्य उज्ज्वल है। विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत बनानी चाहिए। एआई तकनीक की जानकारी नौकरी के साथ साथ जीवन स्तर उठाने में मददगार होगी। यह बातें जर्मन सरकार के विज्ञान सलाहकार व बर्लिन के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.अजय विक्रम सिंह ने कहीं।
वे राणाप्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय में विज्ञान संकाय द्वारा ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का भविष्य’ विषय पर आयोजित व्याख्यान को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे।
अप्रवासी भारतीय डॉक्टर सिंह इस वक़्त जर्मनी सरकार में विज्ञान सलाहकार हैं और वहीं बस गए हैं। इन दिनों वे अपने जन्मभूमि में आए हुए हैं। इसी क्रम में उनका व्याख्यान राणाप्रताप कॉलेज में आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर द्वारा नियंत्रित यंत्र या मनुष्य की तरह इंटेलिजेंस तरीके से सोचने वाला सॉफ़्टवेयर बनाने का एक तरीका है। लगभग सभी बड़ी कंपनियों ने इस तकनीक की मदद लेनी शुरू कर दी है। ऐसे में विद्यार्थियों को इससे जुड़ना ही होगा। अभी असंभव दिखाई देने वाले कई कामों को भविष्य में एआई तकनीक सरलता से करेगी ।
स्वागत विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ. शिशिर श्रीवास्तव आभार ज्ञापन करुणवीर सिंह व संचालन डॉ. प्रीति प्रकाश ने किया। इस अवसर पर असिस्टेंट प्रोफेसर गोरखनाथ चौरसिया, डॉ. पुष्कर प्रताप तिवारी व डॉ. जीतेंद्र यादव समेत विज्ञान संकाय के शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित रहे।