सामना संवाददाता / मुंबई
किसानों को ३०० यूनिट तक मुफ्त बिजली और बिजली बिल में रियायत देनेवाली राज्य की महायुति सरकार शहरी क्षेत्रों में रहनेवाले मध्यम वर्ग को पूरी तरह से भूल गई है। महाराष्ट्र में बेरोजगारी में भारी वृद्धि के कारण शहरी मध्यम वर्ग के लिए भारी बिलों का भुगतान करना मुश्किल हो गया है। इसलिए शिवसेना ने मांग की है कि राज्य सरकार शहरी क्षेत्रों की गरीब बस्तियों में रहनेवाले लोगों को ३०० यूनिट तक बिजली बिल मुफ्त करे और उसमें रियायतें भी दे। इस मांग के लिए शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के आदेश से और शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे की सूचना के अनुसार आज दो जुलाई की सुबह ११ बजे विभिन्न शहरी क्षेत्रों में जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
मध्यम वर्ग की खराब वित्तीय स्थिति के कारण हर महीने भारी बिलों का भुगतान करना मुश्किल हो गया है।
महायुति सरकार आम लोगों की सरकार होने का दावा करती है, लेकिन शहरी क्षेत्र के गरीबों की अनदेखी की जा रही है, जिससे आम लोग परेशान हैं। इसका संज्ञान लेते हुए सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए शिवसेना की ओर से यह आंदोलन किया जाएगा। इसमें शिवसेना मध्यवर्ती कार्यालय की ओर से जारी पत्र के जरिए जानकारी दी गई है कि मुंबई शहर समेत शहरी इलाकों में पुरानी इमारतों और बस्तियों में रहनेवाले निवासियों को बिजली बिल में छूट देने की मांग की जाएगी।
यहां होंगे आंदोलन
मुंबई, ठाणे, पुणे, नाशिक, छत्रपति संभाजीनगर और नागपुर।