सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र सरकार ने वर्ष २०२३-२४ के बजट में नमो शेतकरी महासम्मान निधि योजना की घोषणा की थी। इस योजना का उद्देश्य केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलनेवाली आर्थिक सहायता में राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त सहायता प्रदान करना है, लेकिन किसानों के खाते में पहली ५ किस्ते तो भेजी गई, लेकिन अब छठी किस्त रोक दी गई है। हालांकि, सरकार की ओर से आश्वासन दिया जा रहा है कि जल्द ही किसानों के खाते में निधि भेजी जाएगी, लेकिन सवाल है कि लाडली बहनों को तो सरकार रो-रोकर पैसे दे रही है, तो किसानों को कहां से देगी।
अब इन किसानों को कब?
दिसंबर २०२४ से मार्च २०२५ की अवधि के लिए इस योजना की छठी किस्त के वितरण हेतु राज्य सरकार ने १६४२.१८ करोड़ रुपए के खर्च को मंजूरी दी थी। इस संबंध में कृषि विभाग द्वारा शासन निर्णय जारी किया गया था। इस राशि में विभाग के पास पूर्व में शेष ६५३.५० करोड़ रुपए भी शामिल किए जाने की बात कही गई थी। लेकिन अब तक किसानों के खाते में छठी किस्त नहीं पहुंची है।
इस योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री किसान योजना में पात्र पाए गए किसानों को राज्य सरकार की ओर से प्रति वर्ष ६,००० रुपए की अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि तीन समान किश्तों में सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है।
अब तक ९१.४५ लाख किसानों को मिला है आर्थिक लाभ?
अक्टूबर २०२४ तक इस योजना के अंतर्गत राज्य के ९१.४५ लाख लाभार्थी किसानों के बैंक खातों में ९०५५.८३ करोड़ रुपए की राशि जमा की जा चुकी है।