मुख्यपृष्ठनए समाचार१५ हजार के लिए बिके `धरती के भगवान'...बेटियों की कोख में ही...

१५ हजार के लिए बिके `धरती के भगवान’…बेटियों की कोख में ही कर रहे थे हत्या…राज्य में सबसे बड़े सेक्स डिटरमिनेशन-एबॉर्शन रैकेट का भंडाफोड़… तीन डॉक्टर गिरफ्तार

सामना संवाददाता / मुंबई

महाराष्ट्र के तीन जिलों में सेक्स डिटरमिनेशन और एबॉर्शन के सबसे बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। बताया गया है कि इस रैकेट में शामिल धरती के भगवान कहे जानेवाले डॉक्टर ही महज १५ हजार के प्रलोभन में कोख में पल रही बेटियों की हत्या कर रहे थे। सबसे चौंकानेवाली बात यह है कि इस रैकेट में पांच महिला डॉक्टरों का समावेश है। फिलहाल, तीन डॉक्टरों को गिरफ्तार कर पुलिस ने २८ पर मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में अब तक का सबसे बड़ा लिंग परीक्षण और गर्भपात रैकेट जालना, छत्रपति संभाजीनगर और बुलढाणा जिलों में संचालित होने का खुलासा हुआ है। जालना जिले के भोकरदन, छत्रपति संभाजीनगर में डॉ. दिलीप सिंह राजपूत और डॉ. राजेंद्र कुमार सावंत लिंग परीक्षण करते थे। इसके अलावा गर्भपात के लिए जालना के एजेंट नाना सहाने गर्भवती महिलाओं को तीनों जिलों में १२ डॉक्टरों के पास भेजता था। जालना पुलिस की जांच से यह पता चला है कि गर्भवती महिलाओं के भ्रूण को गर्भ में ही मार दिया जाता था। पता चला है कि राज्य के पुणे, नासिक, जलगांव, यवतमाल, परभणी, जालना, बीड और छत्रपति संभाजीनगर से गर्भवती महिलाएं लिंग जांच के लिए जालना और भोकरदन आ रही हैं। पुलिस ने अब तक २८ आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इसी के साथ ही तीन डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया गया है,
डॉक्टर कहा करते थे, अपने पाप अपने साथ ले जाओ…
लिंग परीक्षण के लिए छत्रपति संभाजीनगर के डॉ. राजेंद्र कुमार सावंत ने भोकरदन में एक कमरा किराए पर लिया था। इस कमरे में छत्रपति संभाजीनगर से सोनोग्राफी मशीन लाकर लिंग जांच की जाती थी। सहाने महिलाओं को उनकी सुविधानुसार डॉक्टरों के पास भेजता था। जांच अधिकारी योगेश उबाले का कहना है कि कई जिलों के डॉक्टर लिंग परीक्षण और गर्भपात के धंधे में शामिल हैं। गर्भपात के बाद कुछ डॉक्टर भ्रूण को महिला और उसके रिश्तेदारों को सौंप देते हैं। वे सलाह देते थे कि अपने पाप को अपने साथ ले जाओ और ठिकाने लगाओ। इसलिए पुलिस को कुछ डॉक्टरों के पास कोई भ्रूण नहीं मिला।
१२ एमडी और एमबीबीएस डॉक्टर प्रलोभन के हुए शिकार
डॉक्टर लिंग परीक्षण के लिए १५,००० रुपए और उतने ही गर्भपात के लिए भी लेते थे, जबकि एजेंट प्रत्येक मरीज से २,००० से ३,००० रुपए लेता था। एमबीबीएस और एमडी समेत १२ डॉक्टरों के पैसे के प्रलोभन में फंसने की बात सामने आई है। आरोपी नाना सहाने डॉ. दिलीप सिंह राजपूत के ससुर का ड्राइवर था। इसके बाद उसने वर्ष २०१६ से २०१९ तक डॉ. दिलीप सिंह के लिए काम किया। इसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी और लिंग परीक्षण व गर्भपात के लिए महिलाओं और डॉक्टरों के बीच मध्यस्थता करने लगा।

अन्य समाचार