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बिहार के डॉक्टरों से भगवान ही बचाए … बिना बेहोश किए कर रहे ऑपरेशन! …अब तक जा चुकी है कई जानें

सामना संवाददाता / पटना
इन दिनों बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार स्वास्थ्य सुविधा को लेकर भले ही कितने भी दावे कर लें, लेकिन दावे के पीछे का सच उनके दावों से बिल्कुल विपरीत है। बिहार के अस्पतालों में जहां एक ओर चिकित्सकों की मनमानी जारी है, वहीं दूसरी ओर यहां के सुरक्षा गार्ड भी मरीजों का इलाज कर रहे हैं। भव्य भवन, अत्याधुनिक जांच मशीनें, विभिन्न तरह की जांच सुविधाएं तो हैं, लेकिन मरहम-पट्टी करने से लेकर स्लाइन चढ़ाने के लिए यहां कोई इंतजाम नहीं है और अब तो भागलपुर की एक घटना ने सभी को स्तंब्ध कर दिया है। यहां के एक नर्सिंग होम में एक महिला का ऑपरेशन उसे बिना बेहोश किए किया गया जिससे महिला की मौत हो गई। वैसे यह कोई पहली बार नहीं हुआ है बल्कि इससे पहले भी इस तरह की घटना सामने आ चुकी है।
बता दें कि बिहार के भागलपुर में एक डॉक्टर ने महिला का उसे बिना बेहोश किए ही पथरी का ऑपरेशन कर दिया। इससे महिला की मौत हो गई। यह भागलपुर में पहला मामला नहीं है। १० दिनों के अंदर नवगछिया से भी इस तरह का मामला सामने आया था। कुछ दिन पहले भी फर्जी नर्सिंग होम में डॉक्टर की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत का मामला सामने आया था। नवगछिया के खरीक के एक अवैध नर्सिंग होम विश्वकर्मा हेल्थ केयर सेंटर में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई, जिसके बाद संचालक और स्टाफ अस्पताल में शव छोड़कर फरार हो गए और फिर परिजनों ने जमकर बवाल काटा। मृतका की पहचान पश्चिमी घरारी निवासी शीलम देवी के रूप में हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन और ग्रामीण क्लीनिक पहुंचे और हंगामा करने लगे। सूचना पर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर नरेश कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हंगामा कर रहे लोगों को समझाकर शांत कराया।

 

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