सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में रायगढ़ जिले के पालक मंत्री पद को लेकर महायुति सरकार के दो मंत्रियों के बीच लड़ाई तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री अमित शाह के समक्ष भी यह मामला नहीं सुलझने से अब यह और पेंचीदा हो गया है। इतना ही नहीं, शिंदे गुट के मंत्री भरत गोगावले ने अब अजीत पवार गुट की मंत्री अदिति तटकरे को पटखनी देने के लिए उनके दुश्मन से हाथ मिला लिया है। ऐसे में अदिति अब पस्त नजर आ रही हैं।
यहां गोगावले ने बड़ा उलटफेर करते हुए अदिति के खिलाफ चुनाव लड़नेवाले एनसीपी के अनिल नवगणे को अपने साथ मिला लिया है।
म्हसला में आयोजित एक कार्यक्रम में भरत गोगावले और अनिल नवगणे एक मंच पर नजर आए। इस दौरान गोगावले ने कहा कि ये पहले हमारे ही साथी थे, पिछली बार परिस्थिति अनुसार निर्णय लिया था, लेकिन अब वे अपने घर वापस लौट रहे हैं, जो हमें अपेक्षित था। दो दिनों में यह वापसी औपचारिक हो जाएगी। अब देखते हैं हमारा दुश्मन क्या बिगाड़ लेता है। उक्त इशारा अदिति तटकरे की ओर था।
सूत्रों की मानें तो सुनील तटकरे शिंदे गुट के विधायकों को कमजोर करने की चालें चलते हैं, उसी तरह मंत्री भरत गोगावले भी तटकरे के गढ़ में राजनीतिक समीकरण बदलने की दिशा में सक्रिय हो चुके हैं। बता दें कि अनिल नवगणे ने पिछली सरकार में महिला व बालविकास मंत्री अदिती तटकरे के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जो कि सुनील तटकरे की बेटी हैं।