महामंडल के नए अध्यक्ष ने खाई दिवालिया बनाने की कसम
सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव करीब है। ऐसे में एसटी महामंडल के अध्यक्ष बनाए गए भरत गोगावले को हरी-हरी सूझ रही है। वे बिना सोचे-समझे पैâसले ले रहे हैं। इसके तहत उनका नया कारनामा सामने आया है, जो हैरान करनेवाला है। वे विमानों में उड़नेवाली एयर होस्टेस की तर्ज पर घाटे में चलनेवाली एसटी बसों में ‘शिवनेरी सुंदरी’ लाने जा रहे हैं। एसटी की ई-शिवनेरी मुंबई-पुणे के रूट पर चलती हैं। जानकारों का मानना है कि यह एक बेकार की योजना है और इससे एसटी महामंडल का बजट और भी ज्यादा बिगड़ेगा।
बता दें कि भरत गोगावले को हाल ही में एसटी महामंडल का अध्यक्ष बनाया गया है। अध्यक्ष बनने के बाद गोगावले एसटी पर अपनी छाप छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। मगर उनकी इस योजना के बाद कहा जा रहा है कि ‘शिवनेरी सुंदरी’ के आने से एसटी का खर्च काफी ज्यादा बढ़ जाएगा, जिससे एसटी का ‘गरीबी में और भी ज्यादा आटा गीला’ होना तय है। ऐसे में लगता है मानो नए अध्यक्ष ने करीब ढाई हजार करोड़ रुपए के घाटे में चलनेवाले एसटी महामंडल को दिवालिया होने के कगार पर पहुंचाने की कसम खा रखी है। शिवनेरी बसें दादर से पुणे चलती हैं। यह एसटी की सबसे आरामदायक बस मानी जाती हैं। फिलहाल इस बस में सिर्फ ड्राइवर ही होता है। इसमें कंडक्टर नहीं होता और यात्रियों को टिकट लेकर बस में चढ़ना पड़ता है। बीच में यदि कोई यात्री चढ़ता है तो वहां कंडक्टर उसे बस के बाहर ही टिकट दे देता है।
घाटे में चलनेवाले एसटी महामंडल को एक और फटका
‘शिवनेरी सुंदरी’ देंगी १२ करोड़ का झटका!
घाटे में चलनेवाले महाराष्ट्र के एसटी महामंडल को एक बड़ा झटका लगनेवाला है। विधानसभा चुनाव को करीब देखकर हाल ही में बनाए गए एसटी महामंडल के नए अध्यक्ष भरत गोगावले ने एक अनोखा आइडिया निकाला है। उन्होंने मुंबई-पुणे के बीच चलनेवाली शिवनेरी बसों में ‘शिवनेरी सुंदरी’ की बहाली करने का निर्णय लिया है। जानकारों का मानना है कि ये ‘सुंदरियां’ एसटी महामंडल को सलाना १२ करोड़ का झटका देंगी। अब सवाल है कि आखिर इतना खर्च करने के बाद ये ‘शिवनेरी सुंदरियां’ इन बसों में करेंगी क्या?
बता दें कि महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल ने इस संबंध में एक परिपत्र जारी किया है, जिसके अनुसार महामंडल हवाई सेवा को धरती पर उतार लाने वाला है। इसके तहत यात्रियों के आतिथ्य के लिए ‘शिवनेरी सुंदरियों’ को लाया जाएगा। इसकी ड्रेस के साथ एक तस्वीर भी जारी की गई है। अब इसे लेकर ढेरों सवाल पैदा हो गए हैं। पहला सवाल तो यही है कि शिवनेरी में भोजन तो दिया नहीं जाता, ऐसे में ये सुंदरियां वहां कौन सी आतिथ्य सेवा करनेवाली हैं? न ही विमान की तरह बसों में कोई एनाउंसमेंट सिस्टम होता है। न ही पेटी बांधना और खोलने का कोई निर्देश दिया जाता है। न ही विमानों की तरह यहां कोई पानी देना या इमरजेंसी दवा आदि दी जाती है। तो क्या बसों में यात्रा करने का कोई नया नियम आनेवाला है, जिसे ये सुंदरियां यात्रियों को बताएंगी? मुंबई-पुणे के बीच औसतन ४ घंटे का सफर होता है। इन बसों में ४५ सीटें होती हैं। ऐसे में सवाल है कि आखिर ४ घंटे तक ये सुंदरियां इन बसों में करेंगी क्या? बल्कि यदि वे सीट पर बैठती हैं तो एक यात्री की जगह जाएगी, जिससे घाटा और बढ़ेगा ही। इसके अलावा उनकी सुरक्षा का भी खतरे में होगी? बस में शराब आदि पीकर चलनेवाले यात्री भी होते हैं। ये बसें रात में भी चलती हैं। ऐसे में यदि उनके साथ छेड़छाड़ होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा?
सुंदरियों पर करोड़ों का खर्च
विमानों में तो ५० हजार से लेकर ४ लाख तक की तनख्वाह हवाई सुंदरियों को मिलती है। इसके लिए उनकी कड़ी ट्रेनिंग होती है, तब जाकर वे एयर होस्टेस बन पाती हैं। मुंबई-पुणे के बीच चलनेवाली करीब १०० शिवनेरी बसें हैं। इनमें से ८० के करीब ऑपरेशनल रहती हैं। माना जा रहा है कि इसके लिए करीब २०० शिवनेरी सुंदरियों की आवश्यकता होगी। अब यदि इन्हें औसतन ४० हजार रुपए की तनख्वाह भी दी जाती है तो इसके ऊपर हर महीने करीब ८० लाख रुपए का खर्च आएगा। साल में यह आंकड़ा १० करोड़ तक पहुंच जाएगा। अगर अन्य भत्ते व ड्रेस आदि का खर्च भी जोड़ दिया जाए तो यह १२ करोड़ रुपए सलाना तक पहुंच जाएगा, जो घाटे में चलनेवाले एसटी महामंडल के लिए भयावह होगा।