उमेश गुप्ता/वाराणसी
गोपाष्टमी के पावन अवसर पर नगर में जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित कर गौ माता का विधि विधान के साथ पूजन अर्चन किया गया। धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की तपोभूमि धर्मसंघ (मणि मंदिर) दिन भर विविध आयोजनों से चहकता रहा। शनिवार को दुर्गाकुण्ड स्थित प्रांगण में धूमधाम से गौपूजन किया गया। परिसर में स्थापित स्वामी करपात्री आदर्श गौशाला में प्रातः सात बजे से धर्मसंघ महामंत्री पंडित जगजीतन पाण्डेय ने सविधि पूजन अर्चन प्रारंभ किया। धर्मसंघ पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी जी महाराज के पावन सानिध्य में 21 वैदिक ब्राह्मणों एवं 111 बटुकों द्वारा शुक्ल यजुर्वेद के मंत्रोच्चार के बीच षोडषोपचार विधि से गऊ पूजन किया गया। सर्वप्रथम गौरी – गणेश पूजन तथा आदित्य सूर्य पूजन किया गया। तत्पश्चात भगवान विष्णु पूजन के बाद गौपूजन किया गया।
गोपाष्टमी के अवसर पर पर गौशाले में सैकड़ाें की संख्या में रह रही शुद्ध देशी गाय, साहीवाल, गंगातीरी, गिर गायों को प्रातःकाल पंचगव्य और पंचामृत स्नान कराया गया, उसके बाद गायों का रंग बिरंगे रेशमी वस्त्र, मुकुट, आभूषण आदि से श्रृंगार किया गया था। पूजन के उपरांत सभी गायों को गुड़, फल और मिठाई के साथ हरे चारे के रूप में साग, खीरा, लौकी, सेम, गाजर, मूली, हरा मटर आदि भोग खिलाया गया। अंत में आरती कर उनकी प्रदक्षिणा की गई। गौ पूजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। आगतजनों का स्वागत राजमंगल पाण्डेय ने किया।
रामनगर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा गोपाष्टमी महात्म कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस अवसर पर नगर के विभिन्न स्वयंसेवी संगठन राजनीतिक संगठन के लोगों ने आकर गौ माता की सेवा की और उनको फल मिष्ठान खिलाया इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शंभू नाथ गुप्ता, पारस गुप्ता, गणेश विश्वकर्मा केशव सेठ, यशपाल जी, संतोष अग्रहरि,डॉ विजयानंद तिवारी, दिनेश पउली, अनुपम गुप्ता, पूर्व पार्षद मनोज यादव, पारस जी, पन्ना लाल यादव, राघवेंद्र मिश्रा,अशोक अग्रहरि आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
जागृति फाउंडेशन के तत्वाधान में भी गोपाष्टमी पर पूजन अर्चन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे विधि विधान से गौ माता का पूजन किया गया । उन्हें चना गुण खिलाने के साथ-साथ उनको माला फनकर उनकी आरती उतारि गई। इस अवसर पर रामयश मिश्र ने कहा कि गे भारतीय संस्कृति सभ्यता की आधार स्तंभ है गौ माता, इनके शरीर में 36 कोटी देवी देवता विराजमान है । अगर आप गाय की पूजा कर लिए तो सभी देवी देवताओं का पूजा कर लिए। संतोष कुमार मिश्रा ने कहा कि सनातन संस्कृति में गाय के बिना आप कोई कार्य नहीं कर सकते गाय हमारी संस्कृति एवं सभ्यता की पहचान है साथ ही ये सनातन धर्म की पहचान भी है ।धीरज कुमार मिश्रा ने कहा कि आज जरूरत है कि हम गाय की रक्षा करें और और इनका पालन पोषण करके भारतीय संस्कृति को जिंदा रखें। इस अवसर पर डॉक्टर बीरबल पांडे, रामयश मिश्र,धीरज कुमार मिश्रा आदि उपस्थित थे।