मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
यूपी एटीएस ने राजधानी लखनऊ से गोवा नेवल शिपयार्ड बेस में पार्ट टाइम कर्मी के तौर पर काम करने वाले राम सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, किसी पाकिस्तानी महिला जासूस से राम सिंह संपर्क में था। राम सिंह ने पाकिस्तानी एजेंट को भारतीय नौसेना के कई युद्धपोतों की तस्वीरें और नौसेना बेस का वीडियो बनाकर भेज रहा था। एटीएस को जानकारी मिली थी कि आईएसआई नौसेना के प्राइवेट शिपयार्डों में काम करने वालों को पैसे का लालच देकर ट्रैप करने की कोशिश कर रही है। बदले में भारतीय नौसेना की खुफिया जानकारी इकट्ठा करने की पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की साजिश का भी इसमें खुलासा किया गया है। इस खूफिया जानकारी के बदले में पाकिस्तान से राम सिंह को पैसे मिल रहे थे। बताया जा रहा है कि राम सिंह के मोबाइल और बैंक खाते से आईएसआई के लिए जासूसी करने वाले कई अन्य लोगों की भी जानकारी मिली है। यूपी एटीएस का कहना है कि जल्द ही कुछ और लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। राम सिंह नौसेना के युद्धक जहाजों को इन्सुलेशन लगाने का काम करता था। आरोपी एजेंट राम सिंह के खाते से कई पाकिस्तानी एजेंटों को पैसे भी ट्रान्सफर भी किए गए हैं।
एटीएस की पूछताछ में राम सिंह ने बताया कि वह पिछले तीन सालों से फेसबुक और व्हाट्सऐप के माध्यम से एक पाकिस्तानी महिला जासूस, जो खुद को कीर्ति कुमारी बताती थी, उसके संपर्क में था। वह महिला राम सिंह से गोपनीय और संवेदनशील सूचनाएं ले रही थी और इसके बदले में उसे फंडिंग कर रही थी। इस प्रकार यूपी एटीएस ने देश की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए आईएसआई के एक महत्वपूर्ण जासूस को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे भविष्य में संभावित खतरों को रोका जा सके।
आरोपी राम सिंह गोरखपुर के थाना पिपराइच का रहने वाला है। आरोपी के पास से एक मोबाइल, 1 आधार कार्ड, 1 पैन कार्ड, 1 वोटर आईडी और कैश बरामद किया गया है। बता दें कि पिछले दो साल से अचानक राम सिंह के बैंक खातों में भारी मात्रा में पैसे ट्रांसफर होने लगे थे। जांच में पता चला कि राम सिंह नौसेना और सेना की कई गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तानी एजेंटों को दे रहा था। राम सिंह के साथ भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के तीन दर्जन ऐसे लोग जुड़े हैं, जो रहते तो भारत में हैं, लेकिन जब कुछ गड़बड़ करते हैं तो वह अपने नेपाली ठिकानों में चले जाते हैं।