सीएम के करीबी मंत्री ने कहा, इस्तीफे का तो सवाल ही नहीं
सामना संवाददाता / मुंबई
संतोष देशमुख हत्याकांड से जुड़े वसूली के मामले में २२ दिन से फरार आरोपी वाल्मीक कराड ३१ दिसंबर को पुणे के सीआईडी कार्यालय में आत्मसमर्पण कर चुका है। अब इस मामले पर विरोधी दल अजीत पवार गुट के मंत्री धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग पर अड़ गया है, लेकिन राज्य की महायुति सरकार धनंजय को बचाने में जुट गई है।
विपक्ष ने सीधा आरोप लगाया है कि धनंजय ने साजिश के तहत संतोष देशमुख की हत्या करवाई है। यदि धनंजय का नार्को टेस्ट कराया जाता है तो बहुत सारी जानकारियां मिल जाएंगी। सरकार को धनंजय का नार्को टेस्ट तुरंत करवाना चाहिए। हालांकि, मंत्री गिरीश महाजन ने धनंजय मुंडे का बचाव करते हुए नार्को टेस्ट की मांग को एक सिरे से नकार दिया है। गिरीश महाजन ने कहा कि धनंजय मुंडे का इस्तीफा अभी मुद्दा नहीं है। विपक्ष अक्सर आरोप लगाता रहता है। नार्को टेस्ट की मांग बेवजह नहीं की जानी चाहिए। जब मैं एकनाथ खडसे के मामले में नार्को टेस्ट की बात कर रहा था, तब शरद पवार ने क्यों नहीं सुनी? मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस पूरे मामले की सख्ती से जांच कर रहे हैं और दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।