-सोशल मीडिया पर उकसाने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
-पत्थरबाजी करने वाले बच्चों के माता-पिता भी जांच के दायरे में
सामना संवाददाता / मुंबई
नागपुर में सोमवार को दो गुटों के बीच भड़की हिंसा के मामले में सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है। नागपुर में दो गुटों के बीच तनाव पैदा कर हिंसा भड़काने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। दंगे में हुए नुकसान की भरपाई दंगाइयों की संपत्ति बेचकर की जाएगी। इस घटना में सोशल मीडिया के जरिए जिन्होंने उकसाने का काम किया, उन्हें सह-आरोपी बनाया जाएगा। इस तरह की जानकारी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कल दी। उन्होंने यह भी कहा कि इस दंगे में पत्थरबाजी करने वालों में कुछ छोटे बच्चे भी शामिल हैं और उनके माता-पिता भी जांच के दायरे में आ सकते हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कल नागपुर पहुंचकर १७ मार्च को नागपुर में भड़की हिंसा की घटना का पुलिस से जायजा लिया। नागपुर के पुलिस आयुक्त, एसपी और सभी वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हुई बैठक में कुछ अहम पैâसले लिए गए। मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस संबंध में प्रेस कॉन्प्रâेंस कर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति दंगा करते, दंगाइयों की मदद करते हुए दिखाई दे रहा है, उन सभी के खिलाफ कार्रवाई करने की मानसिकता पुलिस की है। इसी दृष्टि से पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। सीएम ने कहा कि जिन लोगों का नुकसान हुआ है, कुछ की गाड़ियां जली हैं, कुछ की आंशिक रूप से जली हैं, उन सभी को आने वाले ३-४ दिनों में नुकसान की भरपाई दी जाएगी। अब जो भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई दंगाइयों से वसूल की जाएगी। दंगे में हुए नुकसान का पूरा हिसाब लगाया जाएगा और दंगाइयों ने अगर वह पैसा नहीं भरा तो उनकी संपत्ति बेचकर नुकसान की भरपाई की रकम वसूल की जाएगी। नागपुर दंगा मामले में गिरफ्तार किए गए १०४ लोगों में १२ बच्चे भी शामिल हैं। इन बच्चों के माता-पिता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी या नहीं, यह सवाल पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा कि इसकी जांच अभी चल रही है। लेकिन कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई की जाएगी।
नागपुर हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बुलडोजर कार्रवाई की जाएगी या नहीं वाले सवाल पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में हम अपने तरीके से कार्रवाई करते हैं।
फडणवीस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल पर की गई रिकॉर्डिंग और पत्रकारों द्वारा की गई रिकॉर्डिंग में जो दंगाई दिखाई दे रहे हैं, उनके खिलाफ पुलिस ने गिरफ्तारी की कार्रवाई शुरू कर दी है। १०४ लोगों की पहचान की गई है और ९२ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। कुछ छोटे बच्चों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू हो गई है।