सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में हिट एंड रन के मामले बार-बार घटित हो रहे हैं। कानून को ताक पर रखते हुए धनाढ्यों के बेटे लापरवाह तरीके से गाड़ी चलाते हुए गरीबों की जान ले रहे हैं और फरार हो रहे हैं। राजनीतिक आश्रय मिलने के कारण इनमें कानून को लेकर किसी तरह का भय नहीं रहा है इसलिए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के विधायक सचिन अहिर ने विधान परिषद में औचित्य का मुद्दा उठाते कहा कि सरकार यह जानकारी इस तरह के मामलों को रोकने के लिए उसने क्या उपाय योजनाएं की हैं। इस पर संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटील ने आश्वासन दिया कि इस मामले पर सरकार कल सदन में जानकारी देगी।
राज्य के पुणे, नागपुर जैसे बड़े शहरों की तरह ही मुंबई के वर्ली में भी हिट एंड रन मामला घटित हुआ है। एक राजनीतिक आश्रय दाता के धनाढ्य बेटे ने अपने आलीशान कार से दुपहिया वाहन को धक्का मार दिया। इस हादसे में कोली दंपति में से महिला की मौत हो गई। कार चलानेवाले धनाढ्य के बेटे ने कार की चपेट में आई महिला को घसीटते हुए सी-लिंक तक लेकर गया। मुंबई, पुणे अथवा नागपुर हो इन शहरों में गरीबों की जान जा रही है और दुर्घटना को अंजाम देकर भागने वाले ऐसे धनाढ्यों के बेटे पुलिस के हाथ नहीं लगते हैं। वर्ली का हिट एंड रन मामला गंभीर है और सरकार इस मामले की जानकारी सदन में दें। इस तरह की जोरदार मांग विपक्ष ने कल सदन में की।
वर्ली का दुर्घटना मामला बहुत गंभीर है। इस मामले में आरोपी के पिता और अन्य लोगों की गिरफ्तारी हुई है, लेकिन की चलानेवाला आरोपी खुला घूम रहा है। घटना को दो दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। यदि वह तीसरे दिन पकड़ा जाता है और उसकी मेडिकल जांच होती है तो उसके शरीर में शराब का अंश नहीं मिलेगा।
वर्ली हिट एंड रन मामले में शिवसेना विधायक सुनील शिंदे ने कल स्थगन प्रस्ताव की सूचना दी। राज्य में हिट एंड रन की पुनरावृत्ति हो रही है। ऐसे मामलों में बड़े घरों के बेटे सड़कों पर गरीबों को कीड़े-मकोड़े की तरह अपने वाहनों के नीचे कुचल रहे हैं। स्थगन प्रस्ताव के माध्यम से सुनील शिंदे ने सूचना दी कि इस गंभीर विषय पर चर्चा की जानी चाहिए।