-हर सीट पर बीजेपी उम्मीदवारों का कर रहे हैं असहयोग
सुनील ओसवाल / मुंबई
विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ ही महायुति में शिंदे गुट का महाविद्रोह सामने आ रहा है। बताया जाता है कि ठाणे जिले में घाती के साथी भितरघात पर उतारू हैं। इसी कारण वे हर सीट पर बीजेपी उम्मीदवारों का असहयोग कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि ठाणे जिले में १८ विधानसभा सीटें हैं। इनमें से ७ सीटों पर शिंदे गुट और ९ सीटों पर भाजपा के अलावा अजीत पवार गुट ने २ सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
बताया जाता है कि भाजपा उम्मीदवारों का हर जगह शिंदे के साथी असहयोग करते हुए हराना चाहते हैं। यही कारण है कि ठाणे विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार संजय केलकर के प्रचार से शिंदे गुट के पदाधिकारी दूरी बना रहे हैं, वहीं कल्याण ग्रामीण में गोलीकांड के आरोपी विधायक गणपत गायकवाड़ की पत्नी सुलभा गायकवाड़ के खिलाफ भी शिंदे गुट उतर आया है। बता दें कि महायुति ने ठाणे-कल्याण लोकसभा सीट तो जीत ली, लेकिन भाजपा के आंतरिक विवाद के कारण भिवंडी सीट हार गई। इसके बाद से ही महायुति में स्थानीय नेताओं के बीच दरार बढ़ गई है। अब इस भितरघात को देखते हुए भाजपा नेताओं की चिंता बढ़ गई है। कल्याण-पूर्व में आठ महीने पहले जमीन विवाद को लेकर बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड ने शिंदे गुट के महेश गायकवाड पर सीधे थाने में फायरिंग कर दी थी। इधर गायकवाड़ की पत्नी सुलभा को टिकट देने के बाद महेश गायकवाड़ ने बगावत कर दी है।
शिंदे गुट गणपत गायकवाड़ की पत्नी सुलभा गायकवाड़ के खिलाफ है। ऐसे में महायुति के स्थानीय नेताओं के बीच दरार और बढ़ गई है। भिवंडी ग्रामीण में भी शिंदे गुट के ए. शांताराम मोरे के खिलाफ बीजेपी की स्नेहा पाटील बगावत कर रही हैं। कल्याण (प.) में शिंदे गुट के ए. भोइरा के खिलाफ बीजेपी के वरुण पाटील हैं। ऐरोली सीट पर बीजेपी के पूर्व मंत्री गणेश नाईक के खिलाफ शिंदे गुट के विजय चौघुले बगावत का झंडा बुलंद किए हुए हैं।