पंकज तिवारी
ठाणे शहर में वाहन लेकर निकला नौपाडा के पास जब पहुंचा तो पार्किंग के लिए जगह तलाश रहा था। लेकिन कहीं भी जगह नहीं मिली तो पार्किंग के लिए जगह ढूंढ़ते-ढूंढ़ते मैं दो किमी आगे आ गया। यह समस्या ठाणे में नई नहीं है। नए वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है लेकिन वाहनों की पार्किंग समस्या वही की वही है। ठाणेकर वाहनों की पार्किंग समस्या से परेशान हैं, किंतु महानगरपालिका को ठाणेकरों की चिंता ही नहीं है। पार्किंग की समस्या को सुलझाने के लिए मनपा कुछ विशेष करती नजर नहीं आ रही हैं। महानगरपालिका की पार्किंग नीति केवल कागजों में ही सिमट कर रह गई है। हालात तो ये हैं कि जो पार्किंग की व्यवस्था थी उसे भी बंद किया जा रहा है जैसे गांवदेवी स्थित दोपहिया पार्किंग बंद है, जब कि नौपाड़ा स्थित पार्किंग के लिए आरक्षित भूखंड पर अवैध निर्माण किया गया है।
यहां बदल दी योजना
बता दें कि ठाणे स्थित ज्यूपिटर अस्पताल से सटे फैसिलिटी प्लॉट पर मल्टी लेवल पार्किंग की सुविधा देने का निर्णय मनपा ने लिया था। यहां करीब १,००० वाहनों को खड़ा किया जा सकता था हैं। हालांकि, अब महानगरपालिका ने उस स्थान पर अस्पताल बनाने की घोषणा की। लिहाजा यह पार्किंग प्लाजा हाथ से निकल गया। गांवदेवी में पार्किंग प्लाजा शुरू हुआ परंतु उसके बगल में दोपहिया पार्किंग पिछले दो साल से बंद है। नौपाड़ा में आरक्षित पार्किंग पर अतिक्रमण कर लिया गया है।
मनपा की सीमा में वाहनों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है, ऐसे में पार्किंग की सुविधा नहीं होने के कारण पार्किंग को लेकर मारपीट की आशंका बनी रहती है। ठाणे शहर में वाहनों के लिए पार्किंग की पर्याप्त सुविधा नहीं है। पार्किंग को लेकर मनपा के अधिकतर प्रयोग विफल हो चुके हैं। गांवदेवी मैदान के नीचे महानगरपालिका ने अंडरग्राउंड पार्किंग की व्यवस्था की। अब वहां वाहन खड़े होने लगे हैं। पोखरण रोड नं. २ पर बनाए गए पार्किंग प्लाजा की जगह पर कब्जा कर ऑटोरिक्शा और बैलगाड़ी खड़ी कर दी गई है।
नई पार्किंग व्यवस्था का प्लान!
वागले एस्टेट में एमआईडीसी प्लॉट पर सात मंजिला पार्किंग के निर्माण का प्रस्ताव निविदा स्तर पर है और नौपाड़ा-कोपरी वार्ड समिति, साहू मार्वेâट, महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण साइट के बेसमेंट, गडकरी रंगायतन, पोखरण रोड के तहत तहसील कार्यालय में बेसमेंट पार्किंग प्रस्तावित है।
मनपा की पार्किंग नीति फुस्स!
ठाणे महानगरपालिका ने वर्ष २०१४ के आसपास पार्किंग नीति की घोषणा की थी। मनपा ने १६६ सड़कों का सर्वे किया था। दिन और रात की पार्किंग दरें तय की गर्इं। अगर यह नीति लागू होती तो ९,५०० वाहन खड़े किए जा सकते थे। शहर में कई जगह निजी लोगों द्वारा पार्किंग की व्यवस्था की गई है। देखने में आ रहा है कि वाहन चालकों को कुछ हद तक इसका फायदा हो रहा है लेकिन निजी पार्किंग संचालक मनमाने रेट वसूलते हैं।
वर्तमान में मौजूद पार्किंग
स्टेशन परिसर-३०० दोपहिया रोजाना पार्क
पोस्ट ऑफिस स्टेशन रोड-५०० दोपहिया
सिडको कोलीवाड़ा-४००दोपहिया
दादा पाटील वाडी-(निजी) ५०० दोपहिया
नायकवाड़ी-(निजी) ३०० दोपहिया
गांवदेवी भूमिगत पार्किंग-१३० चार पहिया,- १२० दोपहिया
पोखरण रोड नं. २-१५० दोपहिया