उमेश गुप्ता / वाराणसी
कहते हैं चोर पुलिस से डरते हैं, लेकिन वाराणसी के कैंट रेलवे स्टेशन पर चोर खुद पुलिस की वर्दी पहनकर चोरी कर रहा था। कैंट जीआरपी ने इस शातिर चोर को गिरफ्तार कर लिया। जीआरपी के क्षेत्राधिकारी कुंवर प्रताप सिंह ने शनिवार को थाने में आरोपित को मीडिया के सामने पेश किया। उन्होंने बताया कि पकड़ा गया चोर अरविंद यादव उर्फ राजवीर मूल रूप से गाजियाबाद का रहने वाला है। लंका थाना क्षेत्र के नेवादा मोहल्ले में किराए का कमरा लेकर रहता है। पुलिस ने उसके पास से पुलिस की वर्दी, लैपटॉप, टैबलेट, माउस, दो मोबाइल, घड़ी, 8,500 रुपए और अन्य कीमती सामान बरामद किया है। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसका चालान कर दिया।
दरअसल, कैंट रेलवे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया और प्लेटफॉर्म से काफी समय से यात्रियों के सामान आदि की चोरियां हो रही थीं। पुलिस उस क्षेत्र के चिन्हित चोरों को पकड़ती, लेकिन असली चोर गायब रहता था। इससे जीआरपी और आरपीएफ पेरशान हो गई। अरविंद यादव बाकायदा वर्दी में स्टेशन परिसर और सर्कुलेटिंग एरिया में घूमता और पुलिस वाले उस पर संदेह नहीं कर पा रहे थे। पता चला कि कभी-कभी वह चेकिंग के नाम पर लोगों की तलाशी लेता और धमकी देकर वसूली भी कर लेता था। पुलिस ने पिछले दिनों एक चोर को पकड़ा तो वह अरविंद यादव की करतूत जानता था। उसने जीआरपी को उसके बारे में बता दिया। काफी दिनों से तलाश में जुटी जीआरपी और आरपीएफ की टीम उसकी गतिविधियों पर नजर रखने लगी।
इसी दौरान वह चोरी करते सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया, फिर पुलिस ने उसे धर दबोचा। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पता चला कि इससे पहले वह दूसरे स्टेशनों पर यात्रियों के सामान चोरी करता रहा। वेंडरों को भी धमका कर उनसे वसूली करता था। काफी दिनों तक वह भदोही जिले के औराई रेलवे स्टेशन पर पुलिस वर्दी में चोरियां करता रहा। वहां की पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया और जेल भेजा। दो साल जेल में रहने के बाद जमानत पर छूटा तो औराई स्टेशन जाना छोड़ दिया। वहां से वह कैंट रेलवे स्टेशन आया, यहीं किराए का कमरा लेकर स्टेशन से यात्रियों के सामान चोरियां करने लगा था। पुलिस को पता चला है कि वह रात में गहरी नींद में सोये यात्रियों के सामान गायब कर देता था। वह चोरी के लिए रेलवे स्टेशनों को ही ठिकाना बनाता था।