सामना संवाददात / मुंबई
`वैâश फॉर वोट’ मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुजरात से एक मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। आरोपी को २९ नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है। यह मामला हवाला के जरिए १०० करोड़ रुपए के अवैध ट्रांजेक्शन और विधानसभा चुनावों में इस धन के इस्तेमाल से जुड़ा हुआ है।
ईडी द्वारा जारी लुकआउट नोटिस के आधार पर आरोपी को गुजरात के एक हवाई अड्डे पर अधिकारियों ने दुबई भागने की कोशिश करते समय े हिरासत में लिया था। बाद में ईडी ने उन्हें पीएमएलए के तहत गिरफ्तार कर मुंबई की एक विशेष अदालत में पेश किया। मुंबई की विशेष अदालत ने आरोपी को २९ नवंबर तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। जांच अधिकारी ने कोर्ट से अनुरोध किया कि अगर आरोपी पुलिस हिरासत में नहीं भेजा गया तो यह जांच करना संभव नहीं होगा कि उन्हें धन किसने मुहैया कराया और उनके सह-आरोपी कौन हैं।
विभिन्न बैंक खातों का उपयोग
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जांच एजेंसियों ने महाराष्ट्र और गुजरात में कई छापे मारे। उस वक्त पुलिस ने मालेगांव से एक बिजनेसमैन को गिरफ्तार किया था। उसने अलग-अलग बैंक खातों का दुरुपयोग कर १०० करोड़ रुपए जमा किए थे। जिस व्यक्ति के खाते से पैसे निकाले गए, उसने पुलिस को बताया कि इस रकम का इस्तेमाल चुनाव के लिए किया जा रहा है। मालेगांव के व्यवसायी सिराज अहमद हारून मेमन ने गुजरात के शफी को बैंक खाते खोलने में मदद की। ईडी का आरोप है कि १४ बैंक खातों से जुड़े दस्तावेजों की जांच के बाद शफी ने खुद ही एक से दो महीने के अंदर करीब ११८ करोड़ रुपए छोटे-बड़े व्यापारियों के बैंक खातों में ट्रांसफर किए और फिर उस रकम को दूसरे खातों में ट्रांसफर कर दिया। साथ ही सह-अभियुक्तों की तलाश के लिए आरोपियों की ईडी हिरासत की भी मांग की है।