सामना संवाददाता / मुंबई
कल का ‘बम’ पहले फटता तो बड़ा ‘विस्फोट’ हुआ होता। १९ तारीख को ‘बड़ा बम’ फूटना ही चाहिए था। नोटों का बम वसई-विरार में फटा, जिसे सभी ने देखा, लेकिन कल का जो ‘बम’ फटा, उससे केवल देश ही नहीं अपितु पूरा विश्व भयभीत हुआ है।
शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोगों को सोचने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है कि इतना बड़ा घोटाला वैâसे हो सकता है। इसके बाद अब केंद्र सरकार से पूछना चाहिए कि इन घोटालेबाजों का क्या करना है? इस तरह का तंज शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कसा। कल मुंबई में भाजपा के सचिन सावंत ने शिवसेना में प्रवेश किया। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि सचिन शिंदे के साथ अन्याय नहीं हुआ, लेकिन न्याय भी नहीं हुआ है। लेकिन मैं आपसे वादा करता हूं कि आपको यहां कतई पछतावा नहीं होगा।
लोगों को सोचने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है कि इतना बड़ा घोटाला वैâसे हो सकता है। इसके बाद अब केंद्र सरकार से पूछना चाहिए कि इन घोटालेबाजों का क्या करना है?