पनवेल में स्वास्थ्य सेवाओं का उड़ा मजाक
सामना संवाददाता / मुंबई
शिंदे राज में पूरे राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था रामभरोसे चल रही है। इसके उदाहरण आए दिन सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से चंद किमी दूर पनवेल मनपा क्षेत्र में इसी तरह का वाकया सामने आया है। इसमें पनवेल निवासी एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने के बाद एंबुलेंस नहीं मिला। महिला को मोटरसाइकिल में ठेला को बांधकर उस पर लिटाया और अस्पताल ले जाया गया। इस घटना से पनवेल में स्वास्थ्य सेवाओं का मजाक उड़ रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, आसूडगांव में एक गर्भवती महिला को सोमवार रात प्रसव पीड़ा हुई तो उसके पति ने आशा कार्यकर्ता को फोन कर जानकारी दी। उसने एंबुलेंस के लिए फोन नंबर दिया। हालांकि, फोन करने पर वहां से कोई जवाब नहीं दिया। ऐसे में जब कोई अन्य विकल्प नहीं दिखाई दिया, तब महिला के पति ने मोटरसाइकिल पर एक ठेला बंधा और अपनी पत्नी को उसमें लिटा दिया। इसके बाद वह ठेले की मदद से उपजिला अस्पताल तक ले गया। इसके बाद महिला को नानासाहेब धर्माधिकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने एक प्यारे से बच्चे को जन्म दिया। स्थानीय लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर किया। संबंधित महिला छत्तीसगढ़ की मूल निवासी है। जुलाई महीने में वह पनवेल आई थी। इसके बाद आशा कार्यकर्ता द्वारा उसकी नियमित जांच की गई।
दोषियों पर होगी कार्रवाई
रायगढ़ के जिला शल्य चिकित्सक डॉ. अंबादास देवमाने ने कहा कि पनवेल के स्थानीय चिकित्सा अधिकारियों से इस घटना से संबंधित रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई, नई मुंबई, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, उल्हासनगर जैसे महानगरों से इस शहर में स्वास्थ्य सेवा के खराब प्रबंधन की पोल खुल गई है। इसके साथ ही घटना को लेकर हर जगह गुस्सा जाहिर किया जा रहा है।